
बेटे अखिलेश यादव से मतभेद के बीच रविवार को लखनऊ में मुलायम सिंह शिवपाल यादव के साथ अचानक पार्टी दफ्तर पंहुचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि दो महीने का अध्यक्ष बनना बेवकूफी की बात है. जल्द ही सब ठीक होगा. मुलायम के पार्टी दफ्तर पंहुचते ही दोनों के समर्थक पार्टी दफ्तर पंहुचे. शुरू में किसी को पार्टी दफ्तर में घुसने की इजाजत नहीं मिली पर अखिलेश गुट के अध्यक्ष नरेश उत्तम के पार्टी दफ्तर आते ही अखिलेश समर्थक दफ्तर पंहुचे. शिवपाल समर्थक नेता पार्टी दफ्तर नहीं घुस पाए.
मुलायम के निकलते की अखिलेश गुट के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम दफ्तर पंहुचे और कहा कि अखिलेश ही हमारे नेता है. उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा. मुलायम ने शिवपाल के साथ दफ्तर जाकर पार्टी पर वर्चस्व कि लड़ाई को सांकेतिक दिशा दी और कहा कि सब ठीक है.
दफ्तर में मुलायम और शिवपाल का कमरा बंद है. इस पर ऑफिस कर्मचारी ने कहा कि जब नेता आते हैं तो ताला खुलता है, नहीं तो बंद रहता है. पहले शिवपाल की हटाई नेम प्लेट भी अब दिखाई दे रही है. नरेश उत्तम ने कहा कि ये कब्जे की लड़ाई नहीं है. जब नेताजी मुलायम सिंह ने खुद कह दिया है की पार्टी में सब ठीक है तो मतलब सब ठीक है. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश हैं. उन्हें हम सबने चुना है और मुलायम सिंह का मार्गदर्शन हमें मिलेगा और अखिलेश जी के नेतृत्व में पार्टी चुनाव में जाएगी. शिवपाल जी हमारे बड़े भाई है उनका सम्मान है, अब चुनाव कि तैयारी है.
शिवपाल गुट के संगठन सचिव रघुनंदन सिंह काका ने कहा कि इस दफ्तर पर कब्जा किया गया. जिस दिन वो अध्यक्ष बने उनके लोगों ने एक-एक कमरे से चुन-चुन कर बाहर निकाला और पुलिस और प्रशासन के दम पर कब्जा जमाया. आज नेताजी का यहां आना जरूरी था. हमारे लोगो का मनोबल बढ़ा है.