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सपा में जारी दंगल के बीच साइकिल में ब्रेक लगने के आसार!

चुनाव आयोग के पूर्व विशेष चुनाव अधिकारी के.जे. राव ने बताया कि आयोग ने कुछ साल पहले हुए चुनाव चिह्न विवाद में ये व्यवस्था दी थी कि अलग-अलग राज्यों या सीटों पर दो पार्टियां या एक पार्टी के दो गुट चुनाव लड़ें तो एक ही चिह्न पर लड़ सकते हैं

जब्त हो सकती है साइकिल ! जब्त हो सकती है साइकिल !
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली/लखनऊ,
  • 03 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 11:39 AM IST

समाजवादी साइकिल पर डबल राइड होने से वो पंक्चर होने के कगार पर आ गई है, दोनों गुटों का साइकिल और समाजवादी पार्टी पर दावा होने से चुनाव आयोग इसे फ्रीज़ करने पर सबसे पहले विचार कर सकता है, क्योंकि यूपी में चुनाव का ऐलान बस किसी भी समय होने वाला है. साथ ही दोनों ही गुट एक ही राज्य में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के मूड में हैं तो लिहाज़ा आयोग का पुराना आदेश और इंतज़ाम भी इसमें बीच की राह नहीं निकाल सकता.

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चुनाव आयोग के पूर्व विशेष चुनाव अधिकारी के.जे. राव ने बताया कि आयोग ने कुछ साल पहले हुए चुनाव चिह्न विवाद में ये व्यवस्था दी थी कि अलग-अलग राज्यों या सीटों पर दो पार्टियां या एक पार्टी के दो गुट चुनाव लड़ें तो एक ही चिह्न पर लड़ सकते हैं लेकिन समाजवादी पार्टी के दोनों गुट समान सीटों पर चुनाव लड़ने पर आमादा हैं लिहाजा साइकिल ज़ब्त होने के आसार ज़्यादा हैं.

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एस. वाई. कुरैशी के मुताबिक भी कि आयोग के सामने पहली बार ऐसी स्थिति आई हो ऐसा नहीं है, 1969 में कांग्रेस जब दो फाड़ हुई थी तब कांग्रेस का पुराना चुनाव चिह्न बैलों की जोड़ी चुनाव चिह्न ज़ब्त कर लिया गया था. क्योंकि कांग्रेस आर और कांग्रेस एस दोनों को ही ये चिह्न चाहिए था तब आयोग ने जोड़ी बैल फ्रीज़ कर इंदिरा गांधी की कांग्रेस को हाथ का निशान दिया गया था.

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इसी तरह 1991 में जनता दल दो फाड़ होकर जदयू और जदएस बना तो चक्र का चुनाव चिह्न ज़ब्त हो गया और जदयू को तीर और जदएस को सर पर फसल रखे महिला का चुनाव चिह्न मिला. रही बात एक ही चुनाव चिह्न की तो साइकिल फ़िलहाल देश के कई राज्यों में क्षेत्रीय और राज्य स्तरीय पार्टियों के चुनाव चिह्न के रूप में साइकिल ही चल रही है. समाजवादी पार्टी के अलावा आंध्र और तेलंगाना में तेलुगु देशम पार्टी , केरल में केरल कांग्रेस, मणिपुर में मणिपुर पीपुल्स पार्टी और जम्मू कश्मीर नेशनल पीपुल्स पार्टी सब साईकिल पर सवार हैं. यानि अब संकेत मिलने लगे हैं कि साइकिल पर अगर एक ही सवार बैठेगा तो दूसरा गुट मोटरसाइकिल पर भी सवार हो सकता है.

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