
सोशल मीडिया पर बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री को लेकर तमाम डिबेट्स चल रहे हैं. माहौल ऐसा बना है मानों दोनों ही इंडस्ट्री एक दूसरे से खुद को बेहतर बनाने की होड़ में लगी हो. ऐसे में बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्में कर चुकीं अनन्या पांडे अब पैन इंडिया साउथ फिल्म लाइगर में नजर आने वाली हैं. क्या अनन्या दोनों इंडस्ट्री के वर्क कल्चर में कोई डिफरेंस महसूस करती हैं. ऐसे ही सवालों पर अनन्या ने आजतक से एक्सक्लुसिव बात की और अपनी राय रखी.
बॉलीवुड से कितना अलग है साउथ
पैन इंडिया फिल्मों को लेकर अनन्या क्या सोचती हैं, इसके जवाब में वो कहती हैं, 'सच कहूं, मैंने कोई अंतर नहीं पाया है. हर फिल्म और डायरेक्टर एक दूसरे से अलग ही होते हैं. मुझे यह समान्य अंतर ही महसूस हुए हैं. वहीं मैं देखती हूं कि लोगों के बीच इतना कंफ्यूजन क्यों है. वो नॉर्थ और साउथ के बीच इतना डिफरेंस क्यों क्रिएट कर रहे हैं. हमने एक इंडियन फिल्म बनाई है.' अनन्या को दोनों ही इंडस्ट्री में कोई फर्क नजर नहीं आता, उनका मानना है कि हर फिल्म का डायरेक्टर अलग होता है और वो अपने हिसाब से एक्टर्स से काम करवाता है.
अनन्या ने ही कुछ साल पहले सोशल मीडिया पर बढ़ती निगेटिविटी को देखकर सो पॉजिटिव नाम से एक पहल शुरू की थी. इन दिनों सोशल मीडिया पर चल रहे कैंसल कल्चर और बायकॉट जैसे शब्दों को लेकर वो क्या सोचती हैं.अनन्या इन सब को बेसलेस मानती हैं. उनका मानना है कि हर दिन ऐसा कुछ ना कुछ हो रहा है. जिन फिल्मों को चलना होता है वो चलती हैं. इसमें कोई ट्रेंड कुछ नहीं कर सकता है. अनन्या ने कहा कि, ''मुझे लगता है यह एक साइकिल की तरह है. हर रोज कोई बायकॉट हो रहा है या हर किसी को कैंसल कर दिया जा रहा है. हम अपना ट्रैक खो रहे हैं. मैंने ही किसी से पूछा भी क्या मैं बायकॉट हुई हूं या अभी तक ठीक हूं. मुझे हर रोज नई चीजें पता चलती हैं. मैंने यही समझा है कि आपको हर रोज इन सब चीजों से सीखना है कि कैसे चीजों को फिल्टर करना है. यह किन चीजों को सीरियसली लेना है. मैं इन्हें सीरियसली नहीं लेती हूं.''
फिल्म का ट्रेलर और तीन गाने सामने आ चुके हैं जिन्हें जनता खूब पसंद कर रही है. 'लाइगर' में विजय के साथ अनन्या पांडे और रम्या कृष्णन भी हैं. फिल्म 25 अगस्त को थियेटर्स में रिलीज होगी.