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'विक्रम वेधा' के सामने 'पोन्नियिन सेल्वन' के मेकर्स कर रहे हैं ये बड़ी गलती!

ऋतिक रोशन और सैफ अली खान की 'विक्रम वेधा' 30 सितंबर को थिएटर्स में रिलीज होनी है. लेकिन ये अकेली फिल्म नहीं है जो इस तरीख पर थिएटर्स में रिलीज होगी. मणिरत्नम की 'पोन्नियिन सेल्वन' का पार्ट 1 भी इसके साथ ही थिएटर्स में रिलीज होगा. लेकिन इंडिया की सबसे महंगी फिल्म कही जा रही 'पोन्नियिन सेल्वन' के मेकर्स एक बड़ी गलती कर रहे हैं.

'पोन्नियिन सेल्वन' में ऐश्वर्या राय, जयम रवि 'पोन्नियिन सेल्वन' में ऐश्वर्या राय, जयम रवि
सुबोध मिश्रा
  • नई दिल्ली ,
  • 20 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

2017 में रिलीज हुई तमिल फिल्म 'विक्रम वेधा' फैन्स के लिए अपने आप में किसी कल्ट से कम नहीं है. फिल्म को डायरेक्ट करने वाली जोड़ी पुष्कर-गायत्री अब इसका हिंदी रीमेक लेकर आ रहे हैं, जिसमें ऋतिक रोशन और सैफ अली खान लीडिंग रोल में हैं. 'विक्रम वेधा' 30 सितंबर को रिलीज होनी है और इसका टीजर 24 अगस्त को शेयर किया गया.

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48 घंटे के अंदर इसपर एक मिलियन से ज्यादा व्यूज थे और ऋतिक की ही 'वॉर' (2019) को पीछे छोड़कर, ये किसी हिंदी फिल्म का सबसे ज्यादा 'लाइक' किया गया टीजर बन गया. 8 सितंबर को जब ट्रेलर आया, तब तो वो हाल हुआ कि सोशल मीडिया पर 'विक्रम वेधा' सबसे हॉट टॉपिक था. लेकिन 30 सितंबर को सिर्फ ऋतिक-सैफ की ही फिल्म नहीं रिलीज होनी, बल्कि इसकी टक्कर में एक ऐसी फिल्म भी रिलीज होगी, जो भारत की सबसे महंगी फिल्म है. डायरेक्टर मणिरत्नम की 'पोन्नियिन सेल्वन'.

इसका बजट सबसे महंगी बॉलीवुड फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' से भी ज्यादा, 500 करोड़ बताया जा रहा है. 'पोन्नियिन सेल्वन' एक पैन इंडियन प्रोजेक्ट है और ओरिजिनल लैंग्वेज तमिल के साथ-साथ इसे हिंदी, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ में भी रिलीज किया जाना है. फिल्म की कास्ट में चियान विक्रम, ऐश्वर्या राय, कार्थी, जयम रवि, त्रिशा, प्रकाश राज और इतने सारे बड़े एक्टर्स के नाम हैं कि इसे आराम से सबसे बड़ी मल्टीस्टारर कहा जा सकता है. इसकी कहानी भारतीय इतिहास के सबसे गौरवशाली साम्राज्यों में से एक चोल साम्राज्य पर आधारित है, जिसे फिल्मों में बहुत कम एक्सप्लोर किया गया है.

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'पोन्नियिन सेल्वन' तमिल सिनेमा को तमिल सिनेमा का ड्रीम प्रोजेक्ट कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. ये फिल्म, तमिल साहित्य में 'एपिक' का दर्जा रखने वाले हिस्टोरिकल नॉवेल पर आधारित है, जिसका नाम भी 'पोन्नियिन सेल्वन' था. तमिल ही नहीं, इंडियन सिनेमा में आइकॉन माने जाने वाले एमजीआर (MGR) ने पहली बार 1958 में इस नॉवेल के फिल्म राइट्स खरीदे थे. किताब के पन्नों से स्क्रीन तक आने में इस कहानी को 50 साल से ज्यादा लग चुके हैं, इस सफर की कहानी फिर कभी. अभी मुद्दा ये है कि इतना महत्वाकांक्षी फिल्म, इतना बड़ा बजट, इतनी जबरदस्त स्टारकास्ट लेकिन फिल्म का हिंदी प्रमोशन कहां है?

इस सवाल की जड़ ये है कि पिछले एक साल में साउथ की इंडस्ट्रीज में बनी फिल्मों ने हिंदी मार्किट में जिस तरह का बिजनेस किया है और जैसी पॉपुलैरिटी बटोरी है, वो बहुत धमाकेदार हैं. ऐसे में 'पोन्नियिन सेल्वन' के मेकर्स का हिंदी प्रमोशन में पीछे रहना, एक अच्छे खासे बने-बनाए मौके को हाथ से जाने देने वाली बात है. कैसे? आइए बताते हैं. 

टीजर से इम्प्रेस हुई इंडियन ऑडियंस 
'पोन्नियिन सेल्वन' का टीजर 'विक्रम वेधा' से काफी पहले, जुलाई में ही रिलीज कर दिया गया था, और वो भी पांचों भाषाओं में जिनमें फिल्म रिलीज होनी है. हिंदी टीजर पर अभी तक 5 मिलियन से ज्यादा यूट्यूब व्यूज हैं और जनता के कमेंट्स देखकर ही आपको पता चल जाएगा कि हिंदी ऑडियंस टीजर देखकर कितनी इम्प्रेस हुई. सितंबर की शुरुआत में जब 'पोन्नियिन सेल्वन' का ट्रेलर रिलीज हुआ, तो इसके विजुअल्स, ग्रैंड लुक और कहानी देखकर एक बार फिर लोगों की आंखें खुली रह गईं. 

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'पोन्नियिन सेल्वन' के टीजर-ट्रेलर और गानों में हिंदी ऑडियंस तक पहुंच बनाने की कोशिश साफ दिख रही थी. हिंदी के जाने माने लेखक दिव्या प्रकाश दूबे से फिल्म के डायलॉग लिखवाए गए हैं, जो साधारण हिंदी डबिंग में हुए लिटरल ट्रांसलेशन जैसे नहीं हैं, बल्कि कहानी के हिसाब से परफेक्ट दम रखते हैं.

'कावेरी से मिलने' गाने में ए आर रहमान के म्यूजिक के साथ, महबूब ने हिंदी लिरिक्स अलग से लिखे हैं. सोशल मीडिया पर हिंदीभाषी जनता में भी 'पोन्नियिन सेल्वन' देखने की एक्साइटमेंट भी नजर आ रही थी. लेकिन फिर टीम 'विक्रम वेधा' ने मार्केटिंग कैम्पेन शुरू किया और अब 'पोन्नियिन सेल्वन' इसमें कहीं खोई हुई सी लग रही है. 

'बाहुबली', RRR और KGF 2 ने बदल दिया है मार्किट 
एसएस राजामौली की दो फिल्मों और यश के धमाकेदार यूनिवर्स ने हिंदी जनता को ऐसा धांसू मजा दिया है कि इनकी कमाई के आंकड़े को पार करना बॉलीवुड फिल्मों के लिए एक चुनौती बन गया है. 'बाहुबली' फ्रैंचाइजी, KGF फ्रेंचाइजी और RRR के हिंदी वर्जन ने बॉक्स ऑफिस पर ऑलमोस्ट 1400 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया है. मणिरत्नम की 'पोन्नियिन सेल्वन' में वो मसाला पूरी तरह है जो हिंदी वर्जन की बॉक्स ऑफिस कमाई को जोरदार बना सकता है.

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कार्तिकेय 2 का कमाल 
बॉलीवुड के फॉर्मूला कंटेंट से ऊबे हुए हिंदी दर्शक, साउथ फिल्मों के हिंदी वर्जन को खूब देख रहे हैं. KGF 2 और RRR जैसी फिल्में तो इसका सबूत हैं ही, लेकिन इस फंडे को सबसे अच्छे से समझने के लिए अगस्त में रिलीज हुई 'कार्तिकेय 2' की कमाई देखी जा सकती है. 
हिंदी मार्किट में गिनी चुनी स्क्रीन्स पर रिलीज हुई 'कार्तिकेय 2' (हिंदी) ने पहले दिन 7 लाख रुपये से खाता खोला था. ऑलमोस्ट एक महीने तक फिल्म के हिंदी शोज चलते रहे, और सिर्फ हिंदी में 'कार्तिकेय 2' का लाइफटाइम कलेक्शन 31 करोड़ के बहुत करीब पहुंच गया. 

इतिहास और कल्चर कनेक्शन 
सोशल मीडिया पर एक सरसरी नजर डालने भर से पता लग जाता है कि हिंदी जनता को साउथ फिल्मों में इसलिए भी बहुत दिलचस्पी लगती है क्योंकि ये परसेप्शन बनता जा रहा है कि साउथ इंडियन सिनेमा भारतीय संस्कृति को बहुत अच्छे से सेलिब्रेट करता है. 'कार्तिकेय 2' की कहानी में भी भगवान कृष्ण से जुड़ी माइथोलॉजी का जिक्र था और इसलिए जनता ने फिल्म को खूब पसंद किया. 

चोल साम्राज्य का इतिहास बहुत गौरवशाली माना गया है और इसे लेकर जनता में एक जिज्ञासा भी रहती है. जबकि फिल्मों और शोज में इसे बहुत कम एक्सप्लोर किया गया है. अगर अच्छे से मार्केटिंग हो तो 'पोन्नियिन सेल्वन' को जनता सिर्फ इस एक कारण से ही देखने जा सकती है.  

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स्टार्स की पहचान 
'पोन्नियिन सेल्वन' में ऐश्वर्या राय का होना तो इसे हिंदी दर्शकों तक पहुंचा ही रहा है, लेकिन बाकी स्टार्स को भी जनता पहचानती है. चियान विक्रम को हिंदी ऑडियंस आज भी 'अपरिचित वाले हीरो' के नाम से पहचानती है. कार्थी की जोरदार हिट 'कैथी' को भी पिछले कुछ समय में लोग ओटीटी पर खोज के देख रहे हैं, क्योंकि कमल हासन की धमाकेदार हिट 'विक्रम' की कड़ी वहीं से शुरू होती है.

प्रकाश राज के काम को हिंदी जनता 'वांटेड' के समय से पसंद करती आ रही है. खुद डायरेक्टर मणिरत्नम ने हिंदी को 'दिल से' और 'युवा' जैसी आइकॉनिक फिल्में दी हैं. ऐसे में 'पोन्नियिन सेल्वन' में हिंदी जनता को थिएटर्स तक खींचने का पूरा पोटेंशियल है.

क्यों जरूरी है मार्केटिंग?
'पुष्पा: द राइज' का क्रेज इतना तूफानी था कि इंस्टाग्राम रील्स से लेकर, सोशल मीडिया पर वायरल मीम्स तक हर जगह अल्लू अर्जुन छाए हुए थे. ये कमाल तब था जब मेकर्स ने हिंदी मार्किट के लिए अलग से फिल्म को बहुत प्रमोट नहीं किया था. बिजनेस टुडे से बात करते हुए 'पुष्पा' के प्रोड्यूसर वाई. रवि शंकर ने कहा था कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि उन्होंने अल्लू अर्जुन की फिल्म और राम चरण स्टारर अपना पिछला प्रोजेक्ट 'रंगस्थलम' सही से प्रमोट नहीं किया था.

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उन्होंने कहा, 'हम साउथ इंडिया के बाहर मिली कामयाबी से यकीनन बहुत सरप्राइज थे. हमें कभी नहीं लगा था कि ये इतनी बड़ी होने वाली है क्योंकि हमने प्रमोशन में बहुत टाइम ही नहीं लगाया था.' 

'विक्रम वेधा' का क्रेज जनता में जबरदस्त चल रहा है. ऐसे में 500 करोड़ के बजट वाली 'पोन्नियिन सेल्वन'का हिंदी में कमाना बहुत जरूरी हो जाता है. राजामौली ने एक इंटरव्यू में कहा था- 'मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी कहानी कैसे समझाऊंगा? ऑटोमेटिक फैसला है- उस भाषा में डब कर के, जिसे दूसरे लोग समझते हैं.' जब मेकर्स के पास कहानी है, हिंदी में अच्छी डबिंग है, तो उन्हें यकीनन इसकी मार्केटिंग पर बहुत जोर देना चाहिए. फिल्म की रिलीज को अभी भी दस दिन तो बाकी हैं ही.

 

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