
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती का जहां तमाम संगठन विरेाध कर रहे हैं, वहीं कुछ संगठन ऐसे हैं जो इस फिल्म की रिलीज के पक्ष में खड़े हैं. इन्होंने पद्मावती के विरोध का विरोध किया है.
इंडियन फिल्म्स एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन (आईएफटीडीए) सहित फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े 19 अन्य संगठनों ने रविवार को 15 मिनट के लिए देशभर में अपना काम रोक दिया. इन्होंने फिल्म सिटी के बाहर प्रदर्शन कर ब्लैक आउट किया. इन संगठनों ने सृजनात्मक क्षेत्र में अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार की रक्षा के लिए शूटिंग रोकने का तय किया है.
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इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूशर्स एसोसिएशन, वेस्टर्न इंडिया सिनेमेटोग्राफर्स एसोसिएशन, स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन, द फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया लिमिटेड, एसोसिएशन ऑफ वॉइस आर्टिस्टस, सिने कॉस्ट्यूम एंड मेकअप आर्टिस्ट एंड हेयर ड्रेसर एसोसिएशन, सिने सिंगर एसोसिएशन, मूवी स्टंट आर्टिस्ट्स एसोसिएशन समेत अन्य संगठन ये प्रदर्शन कर रहे है. इस प्रदर्शन को 'मैं आजाद हूं' नाम दिया गया है.
फिल्मकार और आईएफटीडीए के संयोजक अशोक पंडित ने बताया, 'भारत में फिल्मकार से लेकर लेखक, कार्यकर्ता, मेकअप कर्मचारी समेत समूचे फिल्म उद्योग से 600-700 लोग पद्मावती के समर्थन में एकजुट हो गए हैं. भारत में सारी शूटिंग शाम सवा चार बजे से साढ़े चार बजे तक रोकी गई है. इस प्रदर्शन के जरिए हम कहने की कोशिश कर रहे हैं कि हमें बताइए क्या हम आजाद लोग हैं क्या हम एक लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं.
गुजरात चुनाव के चलते पद्मावती विवाद को हवा दे रही बीजेपीः कांग्रेस
उधर, दूसरी ओर बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मांग की कि इस पूरे मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हस्तक्षेप करें और अपनी चुप्पी तोड़े. अभिनेता अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और आमिर खान का बचाव करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि पद्मावती फिल्म पर चल रहे हंगामे पर फिल्म कलाकारों से पहले प्रधानमंत्री मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.