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कादर खान की वजह से स्कूल में पिट जाते थे बच्चे, छोड़ना पड़ा ये काम

Kader Khan Unforgettable Journey From Kabul To Mumbai लंबी बीमारी के बाद कादर खान का कनाडा के एक अस्पताल में निधन हो गया. आखिरी वक्त में उनका परिवार उनके साथ था. तमाम सेलिब्रिटीज सीनियर एक्टर को यादकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

कादर खान (फोटो- सोशल मीडिया) कादर खान (फोटो- सोशल मीडिया)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 12:20 PM IST

Kader Khan Unforgettable Journey From Kabul To Mumbai कादर खान, एक ऐसा नाम जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी दमदार अदाकारी और डायलॉग डिलीवरी से दर्शकों का दिल जीता. ऐसा कोई भी किरदार नहीं है जिसे उन्होंने किया न हो. विलेन, चरित्र अभिनेता और कॉमिक कैरेक्टर. कादर खान ने सभी किरदारों को बखूबी निभाया है. अदाकारी के अलावा पटकथा और संवाद लेखन में भी उनका कोई सानी नहीं था. 1970 और 1980 के दौरान कई फिल्मों को बेजोड़ बनाने में कादर खान का बहुत बड़ा हाथ रहा.

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कादर खान के अभिनय करियर की बात करें तो शुरुआत से एक लंबे समय तक उन्होंने फिल्मों में नकारात्मक किरदार निभाए. हालांकि बाद में उन्होंने चरित्र भूमिकाएं और कॉमिक किरदार ही निभाए. विलेन के तौर पर कादर खान की गिनती टॉप अभिनेताओं में थी. फिर भी उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला किया. दरअसल, निगेटिव किरदार छोड़ने के पीछे कादर खान की निजी वजहें थीं.

इसके पीछे बच्चे और परिवार थे. एक इंटरव्यू में नकारात्मक रोल छोड़ने के सवाल पर कादर खान ने बताया था, "जब बच्चे स्कूल से आते थे तो कभी उनकी नाक के पास खून बह रहा होता था, कभी मुंह पर सूजन आई हुई होती थी. वो रो कर कहते थे कि स्कूल में बच्चे चिढ़ाते हैं कि तेरा बाप पूरी फिल्म में तो शेखी मारता है, लेकिन आखिर में तो मार खाता है."

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सीनियर एक्टर ने बताया था, "जब मैंने देखा कि मेरे रोल की वजह से बच्चों की जिंदगी में दिक्कत आ रही है. तो मैंने सोचा कि नहीं करना चाहिए."

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पहली बार इस फिल्म में की कॉमेडी

"उन्हीं दिनों में मद्रास की एक फिल्म हिम्मवाला (जितेंद्र) मेरे पास आई. फिल्म मैंने लिखी. वो प्रोड्यूसर को बेहद पसंद आई. मैंने उस फिल्म में पहली बार कॉमेडी की. उस फिल्म ने पूरे हिंदुस्तान में धमाल मचा दिया. पहले तो हर जगह हीरो और हीरोइन के बैनर लगे थे, लेकिन एक हफ्ते बाद वो बैनर उतरने लगे और मेरे बैनर लग गए. यहीं से मेरी कॉमेडी का सफर शुरू हुआ."     

इस फिल्म से किया डेब्यू

बताते चलें कि कादर खान ने 1973 में फिल्म दाग से बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म में वो एक वकील के मामूली से रोल में नजर आए थे. इसके बाद तो खून पसीना और शराबी जैसी कई फिल्मों की झड़ी लग गई.

कादर खान फिल्मों में काम करने से पहले पढ़ाते थे. वे नाटक भी किया करते थे. कादर खान के निधन के बाद उनके तमाम पुराने इंटरव्यू यूट्यूब पर वायरल हैं. सोशल मीडिया में भी लोग अपने प्रिय एक्टर को याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं. 

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