
राजू श्रीवास्तव ने कॉमेडी की दुनिया में एक नए अध्याय की शुुरुआत की है. लंबे समय तक वे अपने जोक्स के दम पर टीवी की दुनिया में छाए रहे. हिंदी कॉमेडियन्स में उनका नाम आज भी सम्मान से लिया जाता है. राजू का जन्म 25 दिसंबर, 1963 को हुआ था. जन्म के वक्त नाम सत्य प्रकाश रखा गया, पर अब इन्हें पूरी दुनिया गजोधर भैया व राजू श्रीवास्तव के नाम से जानती है. राजू श्रीवास्तव के पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव एक कवि थे, जो बलई काका के नाम से जाने जाते हैं. राजू यूपी के उन्नाव जिले के रहने वाले हैं.
गजोधर भैया बचपन से ही एक हास्य कलाकार बनना चाहते थे और अपने टीचर्स की नकल उतारकर लोगों को हंसाया करते थे. इनकी पढ़ाई कानपुर शहर में पूरी हुई. राजू श्रीवास्तव ने कई फिल्मों में भी काम किया है. शुरुआत 1988 में आई फिल्म 'तेजाब' से हुई. गजोधर छोटे पर्दे पर काम करके हंसी की दुनिया के आसमान पर छाए. टीवी शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' में पहली बार राजू ने अपने कॉमेडी पंचों से लोगों को हंसाया था. इस शो में गजोधर भैया रनर-अप रहे थे, और इन्हें 'द किंग ऑफ कॉमेडी' का टाइटल दिया गया था. यह जाने-माने रियलटी शो 'बिग बॉस 3' के घर में सदस्य रहे थे.
Mumbai Manthan18: हमारे समाज में बहू हंसे तो सास डांटती है- राजू श्रीवास्तव
राजनीति में भी रखा कदम
गजोधर भैया का राजनीतिक सफर 2014 लोकसभा चुनाव से शुरू हुआ जब वह कानपुर सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर खड़े हुए, पर 11 मार्च 2014 को राजू श्रीवास्तव ने समाजवादी पार्टी का टिकट लौटा दिया और वह बीजेपी से जुड़ गए.