
होमोसेक्सुअलिटी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद LGBT कम्यूनिटी में खुशी का माहौल है. अब वे बिना डरे अपने पार्टनर का खुलासा कर रहे हैं. बॉलीवुड सेलेब्स ने भी इस फैसले को सराहा है. निर्देशक करण जौहर के सेक्सुअल स्टेट्स पर हमेशा से चर्चा होती रही है. हालांकि करण ने कभी इस पर खुलकर बात नहीं की. हाल ही में ट्विंकल खन्ना के बुक लॉन्च इवेंट में करण के साथ रणवीर सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान रणवीर ने करण की धारा 377 के रद्द होने पर टांग खिंचाई की.
रणवीर ने सबसे पहले कोर्ट के फैसले की तारीफ की. बाद में वे करण जौहर के साथ मजाक करने से नहीं चूके. रणवीर ने करण की तरफ उंगली करते हुए कहा, ''मिस्टर अब आप जितना चाहे मीठा खा सकते हैं. इसके जवाब में करण ने कहा, ये मेरे लिए कैसे हो गया? फिर रणवीर ने कहा- हम तख्त साथ में कर रहे हैं और मैं तुम्हारी रस मलाई होऊंगा.''
बता दें, करण जौहर ने धारा 377 पर कोर्ट के फैसले का खुले दिल से स्वागत किया. करण ने इंस्टा पर LGBT कम्यूनिटी के झंडे के साथ finally! मैसेज लिखी हुई फोटो पोस्ट की. कैप्शन में लिखा- ''ऐतिहासिक फैसला. आज मुझे गर्व महसूस हो रहा है. समलैंगिकता को अपराध मुक्त करना और धारा 377 को खत्म करना मानवता के लिए बड़ी जीत है. देश को उसकी ऑक्सीजन वापस मिली.''
बायोग्राफी में करण ने बताया था, होमोसेक्सुअल हैं या नहीं
अपनी बायोग्राफी 'एन अनसूटेबल ब्वॉय' में करण ने बताया था कि वो होमोसेक्सुअल हैं या नहीं. किताब में करण ने लिखा है, 'सब जानते हैं मेरी सेक्सुअलिटी क्या है. लेकिन अगर मुझे अपने मुंह से कहना पड़े तो मैं ऐसा नहीं कह सकता. क्योंकि मैं एक ऐसे देश में रहता हूं जहां मुझे ऐसा कहने के कारण शायद जेल भी हो सकती है.'' उन्होंने लिखा, 'मैं कहना बस इसलिए नहीं चाहता क्योंकि मैं एफआईआर के चक्करों में नहीं पड़ना चाहता. मेरे पास जॉब है, मेरे कुछ कमिटमेंट है, मेरे कंपनी में बहुत लोग काम करते हैं. मैं बहुत लोगों के प्रति जवाबदेह हूं. मैं कोर्टरुम में नहीं बैठना चाहता.''
समलैंगिकता पर क्या कहा था सुप्रीम कोर्ट ने?
धारा 377 पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि दो वयस्कों के बीच समलैंगिक संबंध अपराध नहीं होगा. SC ने धारा 377 को मनमाना करार देते हुए व्यक्तिगत चुनाव को सम्मान देने की बात की. इस फैसले से जहां LGBT कम्यूनिटी में जश्न का माहौल दिखा. वहीं कट्टरपंथी हिंदू और मुस्लिम इस फैसले का विरोध करते दिखे.