
अब सिर्फ सैक्रेड गेम्स ही ऐसी वेब सीरीज नहीं है, जिसके दूसरे पार्ट का दर्शकों को इंतजार है. मिर्जापुर के पहले पार्ट ने भी इतना सस्पेंस बढ़ा दिया है कि अगले पार्ट में क्या होगा, ये जानने की जिज्ञासा सबकी है. मिर्जापुर की कहानी इसके किरदारों को ऐसे मोड़ पर ले आई है, जहां से उनका आगे का रास्ता क्या होगा, कोई नहीं बता सकता. ये कहानी कई कहानियों में बंटती जा रही है. हर कोई अपने वर्चस्व को कायम करने के लिए अपना उल्लू सीधा करना चाहता है.
निर्माताओं ने मिर्जापुर के दूसरे पार्ट के लिए काम शुरू कर दिया है, लेकिन ये फिलहाल जल्द नहीं आने वाली. इतना तय है कि मिर्जापुर के सेकंड पार्ट में कई ट्वीस्ट और टर्न आने वाले हैं. कालीन भैया को मिर्जापुर में आगे भी चुनौती का सामना करना पड़ेगा. कालीन भैया का सबसे भरोसेमंद गुड्डू ही उनके खिलाफ खड़ा हो गया है, जो इस लड़ाई का सबसे बड़ा चेहरा है. अब कालीन भैया को एक के बाद एक चुनौतियां झेलनी होंगी.
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गुड्डू ले सकता है बदला?
मिर्जापुर के पहले पार्ट में मुन्ना त्रिपाठी, गुड्डू और बबलू पंडित के खिलाफ साजिश रचता है. कालीन भैया पर हुए हमले का आरोप गुड्डू और बबलू के सिर आ जाता है. कालीन भैया मुन्ना को गुडू बबलू के सफाए के लिए गोरखपुर भेजते हैं. यहां मुठभेड़ में बबलू पंडित, स्वीटी की जान चली जाती है. गुड्डू भी जख्मी है, लेकिन वो बहन डिम्पी और गजगामिनी के साथ बच निकलता है. ऐसे यह संभव नहीं कि अपना भाई और प्रेमिका को खोने वाला खूंखार अपराधी मुन्ना और कालीन भैया से बिना बदला लिए रह सके.
क्या यादव जी से निपट पाएगा मुन्ना?
मिर्जापुर में अब कालीन भैया का एकछत्र राज है. इसलिए मुन्ना त्रिपाठी के पास यादव जी से होली के दिन मारे थप्पड़ का बदला लेने का अच्छा मौका होगा. इस थप्पड़ के बाद कालीन भैया भी यादव के खिलाफ खड़े हो गए थे.
शरद बनेगा माफिया?
रति शुक्ला का बेटा शरद आख़िरी एपिसोड में दिखा है. संभव है कि वो अपने पिता की जगह संभाले और उनकी हत्या का बदला ले. हालांकि, शुरू में दिखाया गया कि शरद, रति के काम को संभालने का इच्छुक नहीं है.
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एसपी मौर्या का क्या होगा?
एसपी मौर्या के किरदार को भी आगे जारी रखा जा सकता है. मिर्जापुर के सीजन 2 में रति के बाद तीन बड़े मोर्चे बनते दिखाई दे रहे हैं. एक कालीन भैया और मुन्ना त्रिपाठी का. दूसरा रति के बेटे शरद शुक्ला का और तीसरा गुड्डू पंडित.
अब मिर्जापुर का असली बादशाह बनने की लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है. रति शुक्ला भले ही कालीन भैया के रास्ते से अलग हो गया हो, लेकिन उसका बेटा शरद अभी आखिरी दांव के लिए जिंदा है. दूसरी ओर कालीन और मुन्ना से बदला लेने के लिए गुड्डू और शरद एक हो सकते हैं. कुल मिलाकर इस वेब सीरीज का दूसरा पार्ट बेहद दिलचस्प होने वाला है.