
रियलिटी शो 'इंडियन आइडल 13' की शुरुआत हो चुकी है. इस शो में देशभर के अलग-अलग शहरों से कई बढ़िया सिंगर्स ने भाग लिया है. लेकिन एक सिंगर जिसे देखकर दर्शकों के साथ-साथ जज नेहा कक्कड़ तक शॉक हो गई थीं, वह हैं विनीत सिंह. अगर आपको याद ना हो, तो जान लें कि ये वही विनीत सिंह हैं जिन्होंने साल 2005 में आए शो 'सा रे गा मा पा' में हिस्सा लिया था. इतना ही नहीं, यह उस शो के रनर अप भी रहे थे. ऐसे में अब विनीत का 'इंडियन आइडल 13' में आना दर्शकों को खटकना लाजिमी है.
अपने करियर को जिंदा करना चाहते है विनीत
शो में आने को लेकर विनीत सिंह ने एक इंटरव्यू में बात की है. उनका कहना है कि वह इंडियन आइडल 13 के जरिए दोबारा इंडस्ट्री में नाम कमाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'यह विनीत 2.0 का जन्म है. लोगों ने मेरा सफर देखा है. उन्होंने मेरे सपनों को पंख लगते और मुझे आसमान से नीचे गिरते देखा है. उन्होंने मेरे म्यूजिक को प्यार दिया और अब जब मैं यहां आ गया हूं, तो मैं उम्मीद कर रहा हूं कि लोग मेरे कमबैक को भी याद रखेंगे.'
विनीत का कहना है कि उन्होंने 'इंडियन आइडल 13' के मंच को ज्यादा बड़ी ऑडियंस तक पहुंचने के लिए अपने कमबैक का जरिया चुना. उनका कहना है कि इस शो को दुनियाभर में देखा जाता है. ऐसे में उन्हें इससे अच्छा स्टेज नहीं मिल सकता था. लेकिन एक पहले से इंडस्ट्री में नाम बना चुके सिंगर का यूं अपने करियर को जिंदा करने के लिए एक रियलिटी शो में आना सही है?
क्या विनीत सिंह का शो में आना सही है?
नेहा कक्कड़ ने विनीत सिंह को ऑडियंस में देखकर ऐलान कर दिया था कि वह उन्हें जज नहीं करेंगी. क्यों? क्योंकि वह उनके सीनियर हैं. अक्षय कुमार की फिल्म 'खिलाड़ी 786', अजय देवगन की 'सन ऑफ सरदार' और सलमान खान की 'प्रेम रत्न धन पायो' के लिए विनीत सिंह गाने गा चुके हैं. वह इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री का जाना माना नाम रहे हैं. ऐसे में अगर इंडस्ट्री के लोग ही रियलिटी शो का हिस्सा बनेंगे तो फिर नए टैलेंट को नाम कमाने और इंडस्ट्री में करियर शुरू करने के लिए कहां जाना होगा?
कल अगर नेहा कक्कड़ का करियर किसी वजह से डूब जाता है और फिर उन्हें भी इंडस्ट्री में कमबैक करना हुआ, तो क्या वह इंडियन आइडल के मंच पर दोबारा आएंगी? क्या विनीत सिंह का इंडियन आइडल के स्टेज पर आकर अपने करियर को एक बार फिर जान देने का फैसला सही था? क्या इसकी वजह से किसी होनहार और उभरते हुए गायक के हाथ से अपनी म्यूजिकल जर्नी शुरू करने का मौका नहीं गया?
सोचिए अगर 2005 में विनीत सिंह की जगह किसी जाने-माने सिंगर को 'सा रे गा मा पा' में ले लिया गया होता, तो क्या वो अपना सिंगिंग करियर बना पाते? वैसे यहां सिर्फ विनीत सिंह ही गलत नहीं हैं. इंडियन आइडल के मेकर्स की भी बड़ी गलती है. शायद आपको पता ना हो लेकिन इंडियन आइडल में ऐसा पहले भी हो चुका है कि म्यूजिक इंडस्ट्री में नाम कमा चुके सिंगर को ना सिर्फ शो में हिस्सा बनने दिया गया हो, बल्कि उन्होंने शो जीता भी हो.
पहले भी मेकर्स कर चुके हैं ये काम
यहां बात एल वी रेवंत की हो रही है. इंडियन आइडल 9 के विजेता रहे रेवंत शो में आने से पहले ही साउथ इंडस्ट्री में बतौर प्लेबैक सिंगर नाम कमा चुके थे. रेवंत का रुतबा उस समय साउथ इंडस्ट्री में इतना था कि उन्होंने प्रभास और एसएस राजामौली की फिल्म 'बाहुबली' में मनोहारी गाने को भी गाया था. इस गाने एक फेमस होने के बाद सिंगर ने इंडियन आइडल में हिस्सा लिया था. रेवंत के शो में आने पर भी विवाद छिड़ा था, लेकिन फिर भी वह शो का हिस्सा रहे. अंत में उन्होंने ही इंडियन आइडल 9 को जीता भी था.
रेवंत का कहना था कि वह हिंदी म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं, जो कि नहीं हुआ. ऐसे में मन में यह ख्याल जरूर आता है कि अगर विनीत और रेवंत जैसे पहले से जाने-माने, फिल्मों में प्लेबैक सिंगिंग कर चुके सिंगर्स को मौका देने के बजाए इंडियन आइडल के मेकर्स नए टैलेंट को बढ़ावा दें तो ज्यादा बेहतर हो. वैसे भी अपने करियर को दोबारा जिंदा करने के लिए एक सिंगर के पास और भी कई मौके और जरिए होते हैं.