
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर विजय माल्या ने कुछ गलत किया है तो कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन बिजनेस न चले तो फ्रॉड कहना ठीक नहीं है.
18 साल से लगातार भारत के नंबर वन न्यूज चैनल 'आजतक' के हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक' के सातवें संस्करण के दूसरे दिन का आगाज हो चुका है. मंगलवार को दिन के पहले सत्र '2019 का रोडमैप' में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शिरकत की. संचालन रोहित सरदाना ने किया.
नितिन गडकरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि माल्या ने कुछ गलत किया है तो कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन बिजनेस न चले तो फ्रॉड कहना ठीक नहीं है. जैसे स्टील इंडस्ट्री की हालत खराब थी. सरकार ने उस पर इंपोर्ट ड्यूटी लगाई तो उस उद्योग की स्थिति बेहतर हो गई. अगर किसी की आलोचना करनी है तो पूरी बात बताइए.
'40 साल परफॉर्म कर रहा था माल्या'
जब महाराष्ट्र विधानसभा में सदस्य था तो महाराष्ट्र की औद्योगिक ईकाई ने माल्या की किंगफिशर कंपनी को लोन दिया. बाद में उसने एविएशन शुरू किया तो वह चल नहीं पाया. कभी- कभी ग्लोबल इकॉनमी, आंतरिक व्यवस्था के कारण, तो कभी मंदी के कारण और कभी बिजनेस साइकिल के कारण व्यापार में दिक्कत होती है. एक बिजनेस 40 साल अच्छा चला और बाद में दिक्कत में आ गया तो क्या तुरंत उसको फ्रॉड कहना चाहिए? यह गलत है. जब व्यापार में अड़चन में आए तब उसकी अगर मदद करें तो वो बाहर निकल आता है. किसी का खाता खाली हो गया तो उसे फ्रॉड कहना कहना गलत है. अगर उसने कुछ गलत किया तो उस पर कार्यवाही होनी चाहिए. व्यापार में उतार-चढ़ाव आता रहता है.
'वाड्रा का केस अलग'
गडकरी ने माल्या और रॉबर्ट वाड्रा के मामलों से जुड़े सवाल पर कहा- वाड्रा का केस विजय माल्या के केस से अलग है. अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. इन मुद्दों पर मेरी और पार्टी की सोच में अंतर नहीं है.