
आजतक के महामंच एजेंडा आजतक 2019 में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शिरकत की और इस दौरान उन्होंने तमाम मुद्दों पर सरकार का पक्ष रखा. नागरिकता कानून के खिलाफ छात्रों के धरना प्रदर्शन और हिंसा पर उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय इन सभी मामलों का संज्ञान लेगा और उचित कार्रवाई की जाएगी.
'एजेंडा आजतक' के 'बदल रहा है कश्मीर!' सेशन में जितेंद्र सिंह ने जामिया में हुई हिंसा पर कहा कि इसे कहीं से भी जस्टिफाई नहीं किया जा सकता है. वो (छात्र) हमारे भी बच्चे हैं. गृह मंत्रालय इन सब बातों का संज्ञान लेता है. इस मामले में जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. हम सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे चाहे वो पुलिस वाले हों या छात्र हों.
नागरिकता कानून के खिलाफ असम, पश्चिम बंगाल सहित पूर्वोत्तर के राज्यों में हो रहे प्रदर्शन पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब पूर्वोत्तर के राज्यों में 12-12 घंटे कर्फ्यू खुल रहा है. असम में लोगों को धीरे धीरे समझ में आ रहा है. जैसे जैसे चीजें समझ में आ रही हैं शांति हो रही है.
प्रदर्शनों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार
केंद्रीय मंत्री ने नए नागरिकता कानून के लिए पूर्वोत्तर में हो रहे धरना प्रदर्शनों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पहले कुछ दिन वहां असर दिखा जहां नागरिकता कानून का प्रभाव पड़ना था और वह दो-तीन दिन में शांति हो गई. लेकिन बाद में अन्य जगहों पर प्रदर्शन हुए. शुरुआत में जब नॉर्थ-ईस्ट में प्रदर्शन हुआ तो कुछ विपक्षी दल मुख्य तौर पर कांग्रेस की भूमिका रही. सबसे पहले राहुल गांधी का रिएक्शन आया. जितने भी प्रदर्शन हो रहे हैं उनमें कांग्रेस की भूमिका है.
ब्रह्मपुत्र में अब बाढ़ नहीं ला सकती कांग्रेस
इस सवाल पर कि कांग्रेस खुद कोई प्रदर्शन तो कर नहीं रही है? इस पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस में अब कोई कुव्वत नहीं. उसमें अब क्षमता नहीं रही. जनता कांग्रेस के साथ नहीं है. कांग्रेस की क्षमता को लोकसभा चुनाव में उसके प्रदर्शनों से भी समझा देखा जा सकता है. कांग्रेस में अब ब्रह्मपुत्र नदी में बाढ़ लाने की क्षमता नहीं रही.
अर्थव्यवस्था के साथ रिश्ता नहीं
नागरिकता कानून को लाने के समय के बारे में सवाल किए जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसे अर्थव्यवस्था के साथ न जोड़ा जाए. यह एक तरह का सुधार है. त्रिपुरा और असम में सब कुछ शांत हो गया है. नागरिकता कानून और अर्थव्यवस्था से कोई रिश्ता नहीं है. शुरू के दिनों में पूर्वोत्तर में अशांति फैली उसमें कांग्रेस के लोगों ने आग भड़काई. ये लोग आग भड़का रहे हैं. गलतफहमी फैलाई जा रही है. जिस बात का कानून में जिक्र नहीं है उसी को लेकर गलत सूचना फैलाई जा रही है.