
जामिया हिंसा पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में हिंसा भड़काने की कोशिश की जा रही है. इसके पीछ कुछ राजनीतिक पार्टियां और विदेशी ताकतों का भी हाथ है. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) किसी के खिलाफ नहीं है. हम सबसे बात कर रहे हैं और मोदी सरकार लगातार सबके हित में काम कर रही है.
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर रविवार को दिल्ली में करीब 1,000 लोगों की भीड़ ने विरोध प्रदर्शन किया. नाराज भीड़ ने बसों को आग लगा दिया या क्षतिग्रस्त किया और इसके अलावा कारों व एक बाइक को निशाना बनाया गया. इस आगजनी व विवाद से आश्रम से फ्रेंडस कॉलोनी और कालिंदी कुंज तक दक्षिण दिल्ली क्षेत्र में भारी ट्रैफिक जाम लग गया. पुलिस ने आसपास के इलाके से ट्रैफिक को डायवर्ट किया.
कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन
नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. असम, अलीगढ़, दिल्ली के जामिया नगर और लखनऊ के नदवा इलाके में भी विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा की खबरें हैं. मामला अब सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि वह नागरिकता संशोधन कानून, 2019 को लेकर दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुए विरोध प्रदर्शन पर मंगलवार यानी 17 दिसंबर को सुनवाई करेगा. चीफ जस्टिस एस. ए बोबड़े ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं देगा. उन्होंने कहा कि कोर्ट यह भी नहीं कह रहा है कि छात्र जिम्मेदार हैं या पुलिस निर्दोष है.
नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बाद अब सोमवार को लखनऊ के नदवा कॉलेज में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और पत्थरबाजी की. इस दौरान सैंकड़ों छात्र सुबह कॉलेज के बाहर निकल आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे, जिन्हें पुलिस ने बलपूर्वक अंदर खदेड़ा.