
ई-एजेंडा आजतक के मंच पर आज देश के 15 राज्यों के मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिरकत कर रहे हैं. ई-एजेंडा के मंच पर देश में लागू लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण पर अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कई सवालों पर चर्चा होगी. कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ हुई. जहां उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने को लेकर अपनी राय रखी और सरकार की तैयारियों की जानकारी दी. जिसके बाद उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर चर्चा की.
शपथ लेते ही की कोरोना को नियंत्रित करने के लिए बैठक: शिवराज
अगले सत्र में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने 23 तारीख रात को 9 बजे सीएम पद की शपथ ग्रहण की. तबतक मध्यप्रदेश में कोरोना की एंट्री हो चुकी थी. इंदौर में फैल चुका था. पॉजिटिव केस भोपाल और जबलपुर में भी थे. इसीलिए आते ही 10 बजे मैंने कोरोना को नियंत्रित करने के लिए पहली बैठक का आयोजन किया.
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शिवराज ने बोला कमलनाथ सरकार पर हमला
एमपी की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि मैं आरोप-प्रत्योरोप की बात नहीं करूंगा क्योंकि यह एक वैश्विक बीमारी है. लेकिन तत्कालीन सरकार ने ना तो कोई सिस्टम बनाया था ना कोई व्यवस्थाएं की थीं. यहां तक कि टेस्टिंग लैब केवल एक थी जिसमें 60 टेस्ट होते थे. हमने सारी व्यवस्थाएं बनाईं. वो सरकार तो आइफा के आयोजन की तैयारियों में जरूर लगी रही थी. उनने कोई व्यवस्थाएं की नहीं थी. मुझे काफी समय व्यवस्थाएं बनाने में लगा. जब तक वो पद पर थे तब तक उनको जिम्मेदारी का निर्वहन करना था.
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शिवराज सिंह ने आगे कहा कि आज मैं कह सकता हूं कि मध्य प्रदेश में हमने जो व्यवस्थाएं कीं उन व्यवस्थाओं के कारण आज कोरोना को बहुत हद तक नियंत्रित करने की स्थिति है. इंदौर में भी अब पॉजिटिव केस के आने की संख्या काफी कम हुई है. भोपाल, इंदौर और बाकी जगहों से भी लोग अब स्वस्थ होकर घर वापस जा रहे हैं. 14 लैब काम कर रही हैं. डेडिकेटेड कोविड अस्पताल हैं. जो बेहतर से बेहतर व्यवस्था बन सकती थी उसके लिए प्रयास किया है.
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