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शाहरुख खान की फिल्म 'डंकी' आज रिलीज हो गई. ये फिल्म 'डंकी रूट' अपनाने वालों पर आधारित है. डंकी रूट असल में वो होता है, जिसमें कोई व्यक्ति एक देश से दूसरे देश अवैध तरीके से जाता है.
फिल्म के प्रमोशन के दौरान दुबई में शाहरुख खान ने समझाते हुए कहा था, 'डंकी एक अवैध यात्रा है, जो बहुत से लोग अपने देश से बाहर दूसरे देश की सीमाओं को पार करने के लिए करते हैं. इसे डंकी ट्रैवल कहा जाता है.'
डंकी (Dunki) असल में गधे (Donkey) का ही उच्चारण है. ये पंजाबी मुहावरे से निकला है. इसका मतलब होता है कि 'एक जगह से दूसरी जगह जाना'.
हर साल हजारों-लाखों की संख्या में लोग विदेश जाने के लिए 'डंकी रूट' का अवैध तरीका ही अपनाते हैं. ये बहुत खतरनाक होता है. इसमें मंजिल तक पहुंचने की भी कोई गारंटी नहीं होती. कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है. और अगर कोई पहुंच भी जाता है तो कई बार उसे वापस भेज दिया जाता है या फिर जेल में डाल दिया जाता है.
डंकी रूट के जरिए हर साल पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों के युवा अमेरिका, ब्रिटेन या कनाडा पहुंचते हैं. ये वो युवा होते हैं जो बेहतर जिंदगी की तलाश में अपनी जान दांव पर लगाकर जाते हैं. ज्यादातर युवा अमेरिका की ओर रुख करते हैं.
बढ़ रही डंकी रूट अपनाने वाले भारतीयों की संख्या!
अवैध तरीके यानी डंकी रूट अपनाकर विदेश जाने वाले भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अकेले अमेरिका में ही अवैध तरीके से जाने वालों की संख्या पांच साल में दो लाख के पार पहुंच चुकी है.
अमेरिकी सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच 96 हजार 917 भारतीयों को बगैर दस्तावेज के अमेरिका में एंट्री करते हुए पकड़ा गया था. इनमें से कुछ को हिरासत में ले लिया गया, किसी को वापस भेज दिया गया तो किसी को एंट्री ही नहीं दी गई.
कोविड के बाद बॉर्डर दोबारा खुलने के बाद अमेरिका में बगैर वैध दस्तावेज के आने वाले भारतीयों की संख्या कई गुना बढ़ गई है.
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कैसे पहुंचते हैं अमेरिका?
अमेरिका में डंकी रूट के जरिए एंट्री करने के दो रास्ते अहम हैं. पहला- कनाडा बॉर्डर. दूसरा- मेक्सिको बॉर्डर.
डंकी रूट के जरिए भारत से अमेरिका तक पहुंचाने का सारा काम अवैध और गैरकानूनी होता है. इस तरीके से अमेरिका पहुंचने में दिन नहीं, बल्कि कई हफ्ते या महीने लग जाते हैं. ऐसे तरीके से अमेरिका पहुंचाने में मदद करने वाले तस्कर भी मोटी रकम वसूलते हैं. इसमें एक तरह से पूरा कार्टल या नेटवर्क काम करता है.
इसमें लोग भारत से अमेरिका सीधे नहीं पहुंचते हैं. बल्कि, कई देशों से होते हुए पहुंचते हैं. पहले मिडिल ईस्ट या यूरोप के किसी देश में ले जाया जाता है. फिर यहां से अगला पड़ाव अफ्रीका या साउथ अमेरिका होता है. उसके बाद यहां से साउथ मेक्सिको. फिर साउथ मेक्सिको से नॉर्थ मेक्सिको. और आखिर में मेक्सिको बॉर्डर से अमेरिका तक.
पर क्यों...?
इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए अमेरिकी सदन में सीनेटर जेम्स लेंकफोर्ड ने बताया था कि करीब 45 हजार भारतीयों को दक्षिणी सीमा पर पकड़ा गया था. इन्होंने कार्टल को पैसा दिया था, और वो अमेरिका इसलिए आना चाहते थे क्योंकि इन्हें भारत में डर लग रहा था.
खतरनाक है डंकी रूट?
डंकी रूट बेहद खतरनाक है. इसमें जान पर खतरा बना रहता है. अवैध तरीके से एंट्री करने के दौरान कइयों की मौत भी हो जाती है.
जनवरी 2022 में चार लोगों का गुजराती परिवार अमेरिका-कनाडा बॉर्डर से 10 मीटर की दूरी पर मृत पाया गया था. ये लोग बर्फीले तूफान की चेपट में आ गए थे.
इसी साल अप्रैल में एक और गुजराती परिवार की मौत हो गई थी. अमेरिका में एंट्री से पहले ही सेंट लॉरेंस नदी में उनकी बोट डूब गई थी. मरने वालों में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे शामिल थे.
इससे पहले जनवरी में भी एक एजेंट के जरिए अहमदाबाद से अमेरिका के लिए निकले 9 गुजरातियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था. अभी ये लोग कहां है, इसके बारे में किसी को नहीं पता.