
लगन के शुभ दिनों के बीच बिहार के रोहतास जिले में एक पुनर्विवाह की खास खबर आई है. इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी की पहल का बेहतर असर बताया जा रहा है. सालों पहले अलग हुए एक दंपति ने फिर से एक होने के लिए विधि विधान से पुनर्विवाह किया है.
दंपति को दोबारा साथ रहने के लिए बेटी ने मनाया
50 साल की विजंती देवी ने बताया कि 16 साल पहले उनकी शादी गोविंद सिंह से हुई थी. गोविंद की शराब की लत और घरेलू हिंसा की वजह से उन्होंने साल 2003 में अलग रहने का फैसला
कर लिया था. शराबबंदी के बाद बदल चुके 58 साल के अपने पति गोविंद के साथ उन्होंने फिर से रहने का फैसला किया. इसके लिए दोनों को ही उनकी बेटी गुड्डी ने राजी किया.
शराब की लत से होती थी घरेलू हिंसा
विजंती देवी ने कहा कि शादी के कुछ ही दिनों बाद उनके पति नशे की हालत में उनसे मारपीट करने लगे थे. एक साल बाद बेटी के पैदा होने के बाद उनकी आदत में सुधार होने की उम्मीद में
विजंती ने कुछ और दिनों तक साथ निभाने की कोशिश की. गोविंद की आदत में सुधार नहीं होने पर आखिरकार उन्होंने अलग रहने का फैसला कर लिया था. अलग होने के बाद उन दोनों ने
आपस में कभी बातचीत तक नहीं की.
शराबबंदी से सुधरी गोविंद की आदत
प्रदेश में शराबबंदी लागू हो जाने के बाद गोविंद की हालत बदल गई. उनकी शराब की लत छूट गई और उनकी आदतों में काफी बदलाव आ गया. इसके चलते विजंती देवी ने उन्हें साथ रहने
का दूसरा मौका देने का फैसला किया. बेटी ने दोनों से अलग-अलग बातचीत कर साथ रहने के लिए राजी करने की कोशिश की. विजंती ने इसके लिए नीतीश कुमार को भी शुक्रिया कहा
है.
बेटी ने बांटे माता-पिता की दोबारा शादी के कार्ड
गुड्डी ने बताया कि दोनों के राजी हो जाने के बाद फिर से उनकी शादी के कार्ड छपवाकर नजदीकी लोगों को बुलाया गया. मां-बाप अपने बच्चों की शादी के कार्ड बनवाते और बांटते हैं. इसके
उलट यहां बेटी ने अपने माता-पिता की दोबारा शादी के कार्ड बंटवाए. उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक शराबबंदी के बाद प्रदेश में अपराध की घटनाएं भी कम हुई हैं.