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LIVE: BJP के साथ गठबंधन से JDU में दरार! शरद यादव से मिला नाराज गुट

लालू यादव और तेजस्वी यादव लगातार ये दावे कर रहे हैं कि जेडीयू के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं, जो नीतीश और जेडीयू की नीतियों से खफा हैं. ऐसे में तेजस्वी ने आरजेडी को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का मौका न दिए जाने पर भी ऐतराज जताया है. वहीं लालू यादव भी कह चुके हैं कि वो शरद यादव से फोन पर बात करेंगे.

जेडीयू में बगावत? जेडीयू में बगावत?
हिमांशु मिश्रा/जावेद अख़्तर
  • पटना,
  • 27 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 7:10 PM IST

बिहार में नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ सरकार बनाते ही अटकलें तेज थी कि जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव केंद्र सरकार में मंत्री बन सकते हैं. लेकिन इसी बीच शरद यादव ने दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है.

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के साथ गठबंधन के फैसले से नाराज जेडीयू सांसद भी गुरुवार शाम शरद यादव से मिलने पहुंचे. इनमें वरिष्ठ सांसद अली अलवर और वीरेंद्र कुमार के अलावा पार्टी महासचिव अरुण सिन्हा और जावेद रजा भी शामिल थे.

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शरद यादव से मुलाकात के बाद अरुण सिन्हा से मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, नीतीश ने पार्टी नेताओं से बातचीत किए बिना ही फैसला लिया. पार्टी में लोकतंत्र कायम रहना चाहिए. शरद यादव भी ताजा घटनाक्रम से चिंतित हैं. वह विभिन्न राज्यों के पार्टी नेताओं से बात करेंगे. हम बस पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र सुरक्षित रखना चाहते हैं.

वहीं जेडीयू सांसद अली अनवर ने पार्टी में बगावत की बात को तो खारिज किया, लेकिन साथ ही कहा कि बीजेपी से गठबंधन के फैसले से वह हैरान हैं. शरद यादव को भी नीतीश के फैसले की जानकारी नहीं थी.

मीटिंग के बाद अली अलवर का बयान

हम लोगों को शरद यादव जी ने बुलाया था. वो हमारी पार्टी के संसदीय दल के नेता हैं. इसलिए हम उनसे मिलने आये थे. हमने उनसे कहा कि ये जो फ़ैसला नीतीश जी ने लिया है, वो पार्टी लिए फ़ायदेमंद नहीं है. इससे गलत संदेश जाएगा. शरद जी ने भी कहा कि वो हमारी भावनाओं से सहमत हैं. शरद जी ने बताया कि नीतीश कुमार ने बिना बात किए फ़ैसला लिया है. उन्होंने कहा कि देशभर के नेताओं से बात करके वो आगे की रणनीति बनायेंगे. हमने कहा कि आपको मंत्री बनाये जाने की बात आ रही है, इस पर वो हंस दिए और कहा कि हम पार्टी में हैं और पार्टी में ही रहकर अपनी बात रखेंगे.

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शरद यादव से मिलेंगे जेटली

इन सभी अटकलों के बीच दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली शरद यादव से मिलेंगे. कहा जा रहा है कि बिहार में गठबंधन के मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच बात हो सकती है. गठबंधन के मुद्दे पर जेटली शरद यादव से बात कर सकते हैं. आपको बता दें कि अरुण जेटली और शरद यादव 1974 से दोस्त हैं. खबर ये भी आ रही है कि शरद यादव को एनडीए सरकार में कोई महत्वपूर्ण भूमिका देकर उन्हें बागवत की राह पर जाने से रोका जा सकता है.

दरअसल, लालू यादव और तेजस्वी यादव लगातार ये दावे कर रहे हैं कि जेडीयू के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं, जो नीतीश और जेडीयू की नीतियों से खफा हैं. ऐसे में तेजस्वी ने आरजेडी को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का मौका न दिए जाने पर भी ऐतराज जताया है. दूसरी तरफ रांची में पेशी के लिए पहुंच लालू यादव ने भी मीडिया को बताया कि वो शरद यादव से फोन पर बात करेंगे. ऐसे में बीजेपी किसी भी आशंका से पहले शरद यादव को अपने पाले में लेने की कोशिश कर रही है. इस बीच लालू यादव रांची से पटना के लिए रवाना हो चुके हैं.

सुबह ही की थी बगावत

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राज्यसभा सांसद अली अनवर के बाद अब जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को गलत बताया है. सूत्रों की मानें, तो शरद यादव का कहना है महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने का नीतीश का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. इससे बिहार में गलत संदेश जाएगा. आपको बता दें कि जेडीयू में 5 मुस्लिम विधायक हैं, तो वहीं 11 विधायक यादव समुदाय से हैं. हालांकि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने शरद यादव से फोन पर बात की है, उन्हें मनाने की कोशिश की है.

शरद यादव के साथ मीटिंग से पहले जेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने कहा था कि नीतीश कुमार अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर बीजेपी के साथ सरकार बना रहे हैं, लेकिन मेरी अंतरात्मा इस बात को नहीं मानती है. अगर मुझे अपनी बात कहने का मौका मिलेगा, तो मैं पार्टी के मंच पर अपनी बात जरूर रखूंगा.

अली अनवर ने कहा है कि पिछले काफी दिनों से बीजेपी के साथ जाने के संकेत मिल रहे थे, 23 जुलाई को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी थी लेकिन रद्द कर दी गई. अगर मैं बैठक में होता तो इस बात को जरूर सामने रखता.

वहीं, शपथ ग्रहण के बाद मुख्मंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार सुबह 11 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. 

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देर रात राजद का मार्च

फ्लोर टेस्ट का मौका न दिए जाने पर राजद नेताओं ने तेजस्वी यादव की अगुवाई में देर रात राजभवन तक मार्च किया. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के राज्यपाल के पास संविधान बचाने का ऐतिहासिक मौका है. सरकार बनाने का न्योता नीतीश को देने और शपथ ग्रहण का समय सुबह दस बजे ही कर देने के विरोध में आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों ने राजभवन तक मार्च किया.

 

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