
जेडीयू के राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेवर काफी तल्ख दिखे. जहां एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आतंकवाद से लड़ाई के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की, तो कई मुद्दों को लेकर उन्होंने पीएम मोदी पर जोरदार हमला बोला. साथ ही उत्तर प्रदेश में चल रही पारिवारिक झगड़े की आड़ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी रिस्क लेने की बात कह साफ संकेत दिया कि आइए हम साथ हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश की सामरिक नीति, विदेश नीति के साथ-साथ देश की सुरक्षा के सवाल को लेकर वो पूरी तरह से केंद्र सरकार के साथ हैं. उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि वो पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दें, वो और पूरे बिहार की जनता उनके साथ है. नीतीश कुमार ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई एक राष्ट्रीय मुद्दा है और इसे देश की आंतरिक राजनीति का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए.
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से यह भी अपील की है कि अगर कोई पार्टी आतंकवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई को अपनी पार्टी का बैनर और होर्डिंग लागकर श्रेय लेने की कोशिश कर रही है, तो उसे बढ़ावा देने की बजाए रोकें. उन्होंने कहा कि देश की विविधता हमारी खासियत है, इसमें ही हमारी एकता है, इसे छिन्न-भिन्न करने वाला कभी देशभक्त नहीं हो सकता. नीतीश कुमार ने आतंकवाद के मुद्दे पर ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी के दिए गए भाषण पर अपनी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा देश उनके पीछे खड़ा है और वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इतनी तारीफ के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेवर तल्ख हुए और प्रधानमंत्री पर वार करने का सिलसिला शुरू हुआ. नीतीश कुमार ने कहा, 'आप लखनऊ में जय श्रीराम के नारे लगाएं, किसी को कोई ऐतराज नहीं, लेकिन इसके बाद प्रवीण तोगड़िया का विवादित बयान आ जाने से तकलीफ होती है.' उन्होंने कहा कि जब चुनाव आता है मंदिर का मुद्दा उठा दिया जाता है. नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह का नारा देने से कहीं फायदा हो सकता है, लेकिन देश का विकास नहीं हो सकता. नीतीश कुमार ने कहा, 'आपने सबका साथ, सबका विकास का नारा देकर केंद्र में सरकार बनाई थी, लेकिन आज देश में कहीं विकास नहीं दिख रहा.' नीतीश कुमार ने केंद्र और पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि आंकड़ों को मैनेज कर लेने से देश का विकास नहीं हो सकता.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा था. नीतीश ने कहा कि देश में किसानों की दुर्दशा, दलित उत्पीड़न, युवाओं की बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर बहस ना होकर बहस हो रही है सामान आचार संहिता थोपने के मामले पर. उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के तलाक के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. वो क्या करना चाहते हैं, वो उन पर छोड़ देना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि कहा जा रहा है कि बिहार में जंगलराज है, जबकि राष्ट्रीय अपराध के आकंड़े बताते हैं दिल्ली अपराध के मामले में देश में टॉपर है. दिल्ली में पुलिस केंद्र सरकार के हाथ में है और वहां अपराध के आंकड़ें बताते हैं कि वहां किस तरह का राज है. उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है और कानून का राज रहेगा. नीतीश कुमार ने 2015 के राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों को बताते हए कहा कि अपराध के मामले में बिहार 22वें स्थान पर है, जबकि जहां-जहां बीजेपी की सरकार है, वहां अपराध के आंकड़ें बिहार से कहीं ज्यादा हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि अपराध के मामले में दिल्ली पहले, मध्य प्रदेश तीसरे, हरियाणा पांचवें, छतीसगढ़ बारहवें, गुजरात सोलहवें और बिहार 22वें स्थान पर है.
उन्होंने विपक्ष के महागठबंधन में दरार पर दिए जा रहे बयान पर टिप्पणी करते हुए भी कहा कि गठबंधन में कोई दरार नहीं है. वो काम करने के लिए आए हैं ना कि मुख्यमंत्री के पद पर नौकरी करने के लिए. नीतीश ने कहा कि जब तक काम करने के लायक हैं, तब तक वो काम करेंगे और जब काम करने के लायक नहीं रहेंगे तो घर बैठ जाएंगे.
नीतीश कुमार ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर जोरदार हमला बोलते हुए अखिलेश यादव को कहा कि यूपी में शराबबंदी लागू कीजिए हम आपके साथ हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में यादव परिवार में क्या चल रहा है, यह किसी से अब छिपा नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी में यादव परिवार आपस में ही लड़ रहा है. नीतीश कुमार ने अखिलेश यादव को खुला ऑफर देते हुए कहा कि राज्य में शराबबंदी लागू कीजिए और हमारा साथ लीजिए.
नीतीश ने अपने पड़ोसी राज्य झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास पर हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड में बीजेपी की सरकार नहीं चल रही है, बल्कि झारखंड में ऊपर की सरकार चल रही है. नीतीश कुमार ने रघुवर दास को सलाह देते हुए कहा कि अगर गद्दी पर रहना है, तो शराबबंदी लागू कीजिए, नहीं तो आने वाले दिनों में जब झारखंड में बाबू लाल मरांडी की सरकार बनेगी तो शराबबंदी लागू हो ही जाएगी