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तेजस्वी ने PM से पूछा- 2000 के नोट से क्या खत्म होगा भ्रष्टाचार?

केंद्र सरकार के 2000 रुपये के नए नोट बाजार में उतारने के फैसले की आलोचना करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर वह पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करने के समर्थन में हैं, मगर उसके बदले 2000 रुपये के नए नोट के बाजार में आने से क्या भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगेगी इसपर उन्हें संदेह है.

तेजस्वी यादव तेजस्वी यादव
अंजलि कर्मकार/रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 12 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:48 AM IST

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इरादों पर संदेह जताते हुए पूछा है कि क्या 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करने से और बाजार में 2000 रुपये के नए नोट लाने से भ्रष्टाचार में कमी आएगी? क्या इससे काला धन रोकने में मदद मिलेगी? उन्होंने कहा, 'हम पुराने नोट बंद करने के सरकार के फैसले के साथ हैं. हमारा मानना है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी होनी चाहिए.'

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केंद्र सरकार के 2000 रुपये के नए नोट बाजार में उतारने के फैसले की आलोचना करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर वह पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करने के समर्थन में हैं, मगर उसके बदले 2000 रुपये के नए नोट के बाजार में आने से क्या भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगेगी इसपर उन्हें संदेह है.

केंद्र सरकार पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोट को तो बंद कर दिया, लेकिन उसके बदले हम लोगों को परेशानी ना हो इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को आदमी के परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है, क्योंकि पिछले 2 दिनों से आम आदमी ना तो बैंक से और ना ही एटीएम से पैसे निकाल पा रहा है.

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तेजस्वी ने मांग की केंद्र सरकार को लोगों की परेशानियों को समझते हुए पुराने नोटों को बदलने की समय सीमा में कुछ रियायत और देनी चाहिए, ताकि आम आदमी परेशान ना हो.

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