
मुजफ्फरपुर में 34 लड़कियों के साथ रेप मामले में गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) सेवा संकल्प एवं विकास समिति के संस्थापक ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ बिहार सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है. राज्य सरकार ने गुरुवार को ब्रजेश ठाकुर के द्वारा संचालित 30 संस्थानों को ब्लैक लिस्ट कर दिया. इन संस्थानों को राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी प्रकार के फंड पर भी रोक लगा दी गई है.
मुजफ्फरपुर में संचालित बालिका गृह में 34 लड़कियों के साथ बलात्कार का मामला उजागर होने के बाद से ही ब्रजेश ठाकुर अपने 9 अन्य साथियों समेत गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल जेल में बंद है. बलात्कार का मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने बालिका गृह को पूरी तरीके से सील कर दिया था.
मुजफ्फरपुर में इस बालिका गृह से कुछ ही दूरी पर पर चतुर्भुज स्थान में ब्रजेश ठाकुर महिलाओं के लिए एक स्वाधार गृह भी चलाता था. पिछले दिनों इस बात का भी खुलासा हुआ कि इससे स्वाधार गृह में रह रही 11 महिलाएं और चार बच्चे लापता हैं जिस के बाद ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस ने बुधवार को इस स्वाधार गृह पर छापेमारी की और वहां से कंडोम के कई पैकेट, नशीली दवाएं और शराब की बोतलें बरामद कीं. चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे सेक्स स्कैंडल के उजागर होने के कई दिन बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है. वह भी तब जब समाज कल्याण विभाग मंत्री कुमारी मंजू वर्मा के पति के ऊपर आरोप हैं कि वह उस बालिका गृह में अक्सर जाया करते थे, जहां पर बलात्कार की घटना घटी है.
आज तक की टीम ने गुरुवार को कुमारी मंजू वर्मा के आवास पर पहुंचकर उनसे बात करने की कोशिश की, मगर लाख कोशिशों के बाद भी उनसे संपर्क नहीं साधा जा सका. मंजू वर्मा के घर पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि मंत्री जी से अगर मिलना हो तो पहले टाइम लेकर आइए.