
सीबीआई ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले की जांच तेज कर दी है. साक्ष्य जुटाने के लिए सीबीआई की टीम मुजफ्फरपुर के अलावा कई अन्य जगहों पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज और साक्ष्य जुटाने में लगी है.
जांच के दौरान ही सीबीआई की टीम पटना पहुंची और समाज कल्याण विभाग के दफ्तर को खंगाला. बताया जा रहा है कि बालिका गृह कांड से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला गया है. साथ ही टीम में शामिल अधिकारियों ने समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव अतुल प्रसाद से भी मुलाकात की.
प्रधान सचिव अतुल प्रसाद ने बताया कि गुरुवार की शाम तक सीबीआई को बालिका गृह से जुड़े सारे कागजात सौंप दिए जाएंगे. इससे पहले सीबीआई की टीम मधुबनी भी गई थी और ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित एनजीओ के दफ्तर के कर्मचारियों और अन्य लोगों से पूछताछ की थी.
बच्चियों से पूछताछ जारी
मुजफ्फरपुर बालिका गृह से बच्चियों को हटाकर पटना, मधुबनी और मोकामा शिफ्ट किया गया है. सीबीआई इन बच्चियों से भी पूछताछ कर रही है. ज्यादातर बच्चियां मूक-बधिर और मानसिक रूप से कमजोर हैं. लिहाजा टीम को उनसे पूछताछ में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के अलावा मुजफ्फरपुर के साहू रोड स्थित बालिका आश्रय गृह के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया गया है.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है.
इस मामले में अब तक जेल भेजे जा चुके और फरार चल रहे आरोपियों की सूची सीबीआई अधिकारी को मिल चुकी है. सीबीआई पूरे मामले की जांच गहनता से कर रही है. बता दें कि बालिका गृह कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद बीते शनिवार को इस मामले में जांच एजेंसी की एक महत्वपूर्ण गतिविधि सामने आई थी.
स्वाधार गृह से आपत्तिजनक सामान बरामद
बालिका गृह यौन शोषण मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था स्वाधार में बुधवार को जांच के दौरान कई आपत्तिजनक सामान मिलने से सनसनी फैल गई. आरोपी ब्रजेश के एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के तहत चलने वाली स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के गायब होने के मामले के खिलाफ गत सोमवार को महिला थाना में मामला दर्ज हुआ था.
पुलिस और एफएसएल की टीम ने बुधवार को स्वाधार गृह का ताला तोड़कर अंदर से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. एफएसएल की टीम के द्वारा स्वाधार गृह से इस्तेमाल किए और पैक कॉन्डम भी बरामद किया गया है. वहीं इस स्वाधार गृह परिसर से शराब की खाली बोतल भी बरामद हुई है.
मार्च 2018 में जब समाज कल्याण विभाग ने स्वाधारा संस्था का निरीक्षण किया था तब यहां 11 महिलाएं थी, लेकिन 2 जून को संस्था के संचालक ब्रजेश ठाकुर के गिरफ्तार होने के बाद इस संस्था पर ताला लग गया. इसमें रहने वाली महिलाएं कहां गई इसके बारे में किसी को कुछ पता नही है.
स्वाधारा भारत सरकार के अंतर्गत चलने वाली योजना है जिसमें बेसहारा महिलाओं को सेल्फ डिपेंडेंट बनने की ट्रेनिंग दी जाती है. समाज कल्याण विभाग के सहायक निर्देशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में मामला दर्ज कराया था.
समाज कल्याण विभाग द्वारा गत 20 मार्च को स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया था. इस दौरान वहां 11 महिलाएं और उनके साथ चार बच्चियां रहती थीं. वहीं जब 9 जून को जिला निरीक्षण कमिटी द्वारा पुनः स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया तो वहां ताला जड़ा मिला. वहां ना तो कोई कर्मी मिले और ना ही वहां रहने वाली महिलाएं और बच्चों का कुछ पता चला.
इस मामले में अब तक स्वाधार गृह के कर्मियों द्वारा कोई जानकारी विभाग को उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसको लेकर सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में मामला दर्ज कराया था. बहरहाल स्वधार गृह के जांच में आपत्तिजनक सामान बरामद होते पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी स्वाधार गृह पहुच कर जांच कर रहे है.
स्वाधार गृह से एक फोटो भी मिला है जिसमें बालिका गृह के आरोपित ब्रजेश ठाकुर राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ दिख रहे हैं. घटना की जांच करने पहुंची एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी. आज हमने मजिस्ट्रेट के साथ स्वाधार गृह के ताले को खोल कर जांच की है जो भी संदिग्ध चीजें लगी हैं उसे जब्त किया गया है और कुछ कागजात भी जब्त कर लिए गए हैं.