
बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक कार्यक्रम के दौरान ही राज्य के श्रम विभाग के मंत्री से कहा कि आपके विभाग में बहुत जालसाजी चल रही है. पटना के ज्ञान भवन में विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि आईटीआई जैसे संस्थानों में युवाओं के साथ जालसाजी अपने चरम पर है.
उन्होंने कहा कि बीएड को लेकर भी उन्हें धांधली की जानकारी थी, जिसको दूर करने के रास्ते में उन पर कई तरह के दबाव भी आए, लेकिन रविवार को हुई परीक्षा से उन सभी को जवाब दे दिया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे.
राज्यपाल के तंज से घबराए मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार के आईटीआई संस्थानों में धांधली की सूचना राज्य सरकार को भी थी, जिस पर विभाग ने कड़ाई से कार्रवाई शुरू की है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही आईटीआई के अंदर जारी माफियागिरी को खत्म कर दम लेंगे. सरकार ऐसी शक्तियों के आगे नही झुकेगी.
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाना है. 15वें वित्त आयोग से आगामी 2020-25 के दौरान 40 लाख युवाओं के प्रशिक्षण के लिए 4,815 करोड़ की मांग की जाएगी. राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि आईटीआई करने वाले छात्र मैट्रिक और इंटर की हिंदी और अंग्रेजी के एक-एक पेपर की परीक्षा देकर उत्तीर्ण हो जाएंगे, तो उन्हें मैट्रिक व इंटर के समकक्ष की मान्यता मिल जाएगी.