Advertisement

मुजफ्फरपुर कांड पर दिल्ली में धरना देंगे तेजस्वी, विपक्ष से भी अपील

मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले पर इंसाफ की लड़ाई अब दिल्ली की रणभूमि से होने जा रही है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव विपक्ष के नेताओं के साथ शनिवार को दिल्ली में जंतर-मंतर से आवाज बुलंद करेंगे.

मुजफ्फरपुर कांड पर धरना देते तेजस्वी यादव मुजफ्फरपुर कांड पर धरना देते तेजस्वी यादव
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 9:09 AM IST

बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह यौन शोषण कांड मामले पर जारी राजनीति का मैदान अब दिल्ली बनने जा रहा है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव इस मामले को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर शनिवार को धरना देने जा रहे हैं. इस धरने में तेजस्वी के साथ विपक्ष के कई नेता शामिल हो सकते हैं.

तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा- 'मुजफ्फरपुर में प्रायोजित और नीतीश सरकार द्वारा संरक्षित जघन्य संस्थागत जन बलात्कार के खिलाफ हम शनिवार को जंतर-मंतर पर धरना करेंगे.' उन्होंने कहा कि वह मंच से मुजफ्फरपुर के जघन्य अपराध पर सरकार से जवाब मांगेंगे.

Advertisement

तेजस्वी यादव ने इस धरने को गैर राजनीतिक करार देते हुए आम लोगों से जुड़ने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में जिस तरह का कांड हुआ उससे पूरा देश शर्मसार है. देश की जनता को पीड़ित लड़कियों के न्याय के लिए पक्ष में खड़ा करेंगे.

सूत्रों की मानें तो जंतर मंतर पर होने वाले तेजस्वी के धरने में विपक्ष के कई नेताओं के शामिल होने की संभावना है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सहित तमाम विपक्षी नेता धरने में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा सिविल सोसायटी के तमाम प्रतिनिधी भी धरने में शामिल हो सकते हैं.

बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है. बालिका गृह यौन शोषण मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था स्वाधार में बुधवार को जांच के दौरान कई आपत्तिजनक सामान मिलने से सनसनी फैल गई.

Advertisement

आरोपी ब्रजेश के एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के तहत चलने वाली स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के गायब होने के मामले के खिलाफ गत सोमवार को महिला थाना में मामला दर्ज हुआ था.

पुलिस और एफएसएल की टीम ने बुधवार को स्वाधार गृह का ताला तोड़कर अंदर से कई आपत्तिजनक सामान बरामद किया है. एफएसएल की टीम के द्वारा स्वाधार गृह से इस्तेमाल किए और पैक कॉन्डम भी बरामद किया गया है. वहीं इस स्वाधार गृह परिसर से शराब की खाली बोतल भी बरामद हुई है.

मार्च 2018 में जब समाज कल्याण विभाग ने स्वाधारा संस्था का निरीक्षण किया था तब यहां 11 महिलाएं थी, लेकिन संस्था के संचालक ब्रजेश ठाकुर के गिरफ्तार होने के बाद इस संस्था पर ताला लग गया. इसमें रहने वाली महिलाएं कहां गईं इसके बारे में किसी को कुछ पता नही है.

स्वाधारा भारत सरकार के अंतर्गत चलने वाली योजना है जिसमें बेसहारा महिलाओं को सेल्फ डिपेंडेंट बनने की ट्रेनिंग दी जाती है. समाज कल्याण विभाग के सहायक निर्देशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में मामला दर्ज कराया था.

समाज कल्याण विभाग द्वारा गत 20 मार्च को स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया था. इस दौरान वहां 11 महिलाएं और उनके साथ चार बच्चियां रहती थीं. वहीं जब 9 जून को जिला निरीक्षण कमिटी द्वारा पुनः स्वाधार गृह का निरीक्षण किया गया तो वहां ताला जड़ा मिला. वहां ना तो कोई कर्मी मिले और ना ही वहां रहने वाली महिलाएं और बच्चों का कुछ पता चला.

Advertisement

इस मामले में अब तक स्वाधार गृह के कर्मियों द्वारा कोई जानकारी विभाग को उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसको लेकर सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने महिला थाना में मामला दर्ज कराया था. बहरहाल स्वधार गृह के जांच में आपत्तिजनक सामान बरामद होते पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी स्वाधार गृह पहुंच कर जांच कर रहे है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement