
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है. मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन 11 जून को सरकार समारोहपूर्वक मनाने जा रही है.
उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है... 'तो क्या कल मो. शहाबुद्दीन, प्रभुनाथ सिंह और राजबल्लभ यादव जैसों नेताओं का भी जन्मदिन सरकार समारोहपूर्वक मनाएगी और तोहफा भेंट करेगी.'
बिहार के उपमुख्यमंत्री और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि वो उनके पिता आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन 11 जून को यादगार बनाने के लिए गंगा पर आरा और छपरा के बीच बन रहें पुल जनता को समर्पित करेंगे. यहीं नहीं उस दिन कई और महत्वपूर्ण पुलों का उसी दिन उद्धाटन करने की योजना है जिसमें पटना के दीघा और सोनपुर को जोड़ने वाली सड़क पुल भी शामिल है. 11 जून को इस पर यातायात चालू हो जाए इसको लेकर जोर शोर सें काम चल रहा है.
सुशील मोदी ने बिहार पुल निर्माण निगम से सवाल किया है कि क्या उसने विश्वास का पुल बनाना छोड दिया है, जो लालू प्रसाद यादव जैसे घोटाले में सजायाफ्ता व्यक्ति को महिमा मंडित करने जा रही है, जो व्यक्ति निगम के पार्षद का चुनाव भी नहीं लड़ सकता.
लालू का अलकतरा घोटाला
मोदी यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में अलकतरा घोटाला हुआ था. 200 करोड़ के इस घोटाले में पथ निर्माण मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा और जेल की हवा खानी पड़ी, जिस लालू राबड़ी और कांग्रेस के राज में बिहार में सड़कें गड्ढे में तब्दील हो गई थी. उनके जन्मदिन पर पुल का उद्धाटन करना जनता के साथ मजाक ही तो है.
मोदी ने कहा कि अलकतरा घोटाले के दौर में बिहार की सड़कों की मरम्मत और निर्माण का प्रतिशत 92 से घटकर 6 फीसदी हो गई थी. मगर अलकतरा खरीद 14 प्रतिशत से बढ़कर 93 प्रतिशत हो गई थी, जिन प्रमंडलों में अलकतरा की जरूरत नहीं थी उनके नाम पर अलकतरा खरीदे गए और उसे बाजार में बेचा गया.
उन्होंने कहा कि 900 करोड़ के चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद के कार्यकाल में ही 200 करोड़ का अलकतरा खरीद घोटाला हुआ था. अलकतरा घोटाले के जिस एक मामले में लालू प्रसाद यादव के अत्यंत करीबी इलियास हुसैन निचली अदालत में बरी हुए है उसे सीबीआई को हाईकोर्ट में चुनौती देनी चाहिए.