
बिहार टॉपर घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने इस मामले के मास्टरमांइड बच्चा राय की साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है. बच्चा के अलावा उसकी पत्नी संगीता और बेटी शालिनी की संपत्तियों को भी अटैच किया गया है. ईडी का आरोप है कि घोटाले के पैसे से यह सारी संपत्तियां खरीदी गई थीं.
दरअसल, ईडी को जांच के दौरान पता चला की 2016 में अपने स्कूल विशुन रॉय कॉलेज में नकल कराकर छात्रों को अव्वल दर्जे से पास कराने के लिए बच्चा ने ज़बरदस्त पैसों की उगाही की थी. बच्चा ने उन पैसों से अपने और परिवार के लोगों के नाम पर संपत्तियां खरीदी थीं. जब ईडी ने पूछताछ के दौरान संपत्ति खरीदने के लिए लाए गए पैसों का जरिया पूछा तो बच्चा राय इसकी जानकारी नहीं दे सका.
जो संपत्ति ईडी ने अटैच की है उसमें कुल 29 प्लॉट हैं. कुछ प्लॉट हाजीपुर, भगवानपुर और महुआ में हैं. हाजीपुर का दो मंजिला मकान भी अटैच कर दिया गया है. पटना का भी एक फ्लैट अटैच किया गया है. इसके अलावा लगभग दस बैंक खाते ईडी ने अटैच कर दिया है.
बता दें, साल 2016 में बिहार टॉपर घोटाला सामने आया था. उस वक्त रूबी नाम की एक छात्रा ने बिहार टॉप किया था. उससे मीडिया ने कई सवाल किए तो साफ हुआ कि वो पास होने के लायक भी नहीं थी. मीडिया रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बच्चा राय समेत बिहार सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेशवर सिंह समेत चार कॉलेजों के प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया था. बच्चा राय तभी से जेल में है.