
बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर एक युवक ने आत्मदाह की कोशिश की. युवक का आरोप है कि पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में डेंगू के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है. लोगों का कहना है कि युवक की मौसी का प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान देहांत हो गया था जिसके बाद उसने न्याय की गुहार लगाते हुए आत्मदाह करने की कोशिश की. पुलिस ने समय पर उसे रोक लिया और हिरासत में भेज दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया और पूरी टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. युवक का नाम अभिजीत शर्मा है जो पटना से सटे हाजीपुर का रहने वाला बताया जा रहा है. युवक का आरोप है कि उसकी मौसी को पीएमसीएच ने डेंगू की कोई जानकारी नहीं दी जबकि एक निजी अस्पताल में डेंगू का पता चला. निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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पिछले साल अक्टूबर में भारी बारिश के बाद पटना आसपास के इलाकों में जलजमाव हो गया था. कई हफ्तों तक पानी भरा रहा जिससे डेंगू जैसी बीमारियां बड़े स्तर पर फैल गईं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 1,500 से ज्यादा डेंगू के मरीजों की पहचान की गई. पटना में सर्वाधिक 1135 डेंगू के मरीज पाए गए, जबकि भागलपुर में 112 डेंगू के मरीज पाए गए. लोगों का आरोप था कि डेंगू प्रभावित इलाकों में पर्याप्त फागिंग नहीं हुई और जलजमाव वाले क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया जिससे बीमारी और बढ़ गई.(एजेंसी से इनपुट)
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