
गैर संघवाद के नाम पर बीजेपी के खिलाफ राजनीतिक दलों को एकजुट होने की अपील कर जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार बुरी तरह घिर गए हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ विचारक माधव गोविंद वैद्य ने उन्हें करारा जवाब दिया है. वैद्य ने कहा कि बीजेपी को अकेले हराने का माद्दा नीतीश में नहीं है.
ख्वाब ही रहेगा नीतीश का ख्वाब
उन्होंने कहा कि संघ की बात करें तो वह तमाम तरह के विरोधों के साथ ही आगे बढ़ रहा है. वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा कि हर किसी को
ख्वाब देखने का हक है. नीतीश का ख्वाब कभी हकीकत में नहीं बदल पाएगा, ख्वाब ही रहेगा.
जेडीयू के विस्तार के लिए फिक्र करें नीतीश
बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश 17 सालों तक एनडीए में थे तब उन्हें संघ और बीजेपी से परेशानी नहीं थी. अब संघ पर हमलाकर अपनी सेक्यूलर छवि बनाना चाहते हैं.
अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें अपने क्षेत्रीय दल को राष्ट्रीय बनाने की फिक्र सता रही है. इसलिए संघ का विरोध कर रहे हैं.
संघ की शाखा में जाएं नीतीश कुमार
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने भी नीतीश पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी और मोदीजी ने आम चुनाव के वक्त जो कहा वो करके दिखा रहे हैं. नीतीश संघ का विरोध
करते हैं, लेकिन संघ के बारे में साथ रहने के बावजूद नहीं जानते. उन्हें संघ की शाखा में जाना चाहिए. उनके ऊपर का सॉफ्टवेयर ठीक हो जाएगा.
नीतीश की ऊंचाई संघ और बीजेपी की देन
बिहार में एनडीए सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने भी नीतीश पर हमला बोला. सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी
और संघ के निर्देशन में ही नीतीश ने राजनीतिक ऊंचाई हासिल की है. तब उन्हें सांप्रदायिकता समझ में नहीं आती थी. आज पूरा देश बीजेपी के साथ है. वहीं प्रेम कुमार ने कहा कि बीजेपी की
मदद से आगे बढ़े नीतीश उसे मिटाने की बात करते हैं. उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा.
नीतीश ने गैर संघवाद के लिए एकजुट होने कहा
इससे पहले नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना में कहा था कि लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट होना होगा. उन्होंने कहा था कि समाजवादी नेता राम
मनोहर लोहिया के गैर कांग्रेसवाद और गैर संघवाद के तरीकों को अपना कर सभी दलों को आपस में एकजुट होना चाहिए.