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'भारत माता की जय' बोलने पर देवबंद की ओर से फतवा जारी किए जाने के बाद अब उस पर बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. जहां एक ओर सुन्नी धर्म गुरु खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस पर कोई बहस नहीं होनी चाहिए तो वहीं दूसरी ओर शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि अगर भारत में रहना है तो भारत माता की जय कहना ही होगा.
सुन्नी धर्म गुरु खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस मामले में बिना वजह हो रही है. उनका कहना है कि इस मुल्क की आजादी में मुसलमानों ने भी कुर्बानियां दी है और जब मुस्लिमों ने ये कह दिया कि 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा' तो अब इस पर कोई बहस नहीं होनी चाहिए.
'किसी के कहने पर नारा लगाना मुनासिब नहीं'
खालिद रशीद का कहना है कि इंकलाब जिन्दाबाद का नारा मुस्लिमों ने दिया था उन्होंने कहा कि भारत माता जय बोलने को अब जबरन मुद्दा बनाया जा रहा है इस पर फतवा देने की भी कोई जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि मुसलमान जय हिन्द और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते आ रहे हैं ऐसे में अब किसी के कहने से कोई नारा लगाना मुनासिब नहीं है.
'शिवसेना स्टाइल में मिलेगा जवाब'
वहीं, शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि ये दारुल उलूम है कौन, जो भारत माता की जय के खिलाफ फतवा निकाल रहा है. जिस मिट्टी में हम जन्म लेते हैं उसे हम मां, अम्मी, आई, हर धर्म के लोग अलग-अलग नाम से बुलाते हैं. उन्होंने कहा, 'भारत में रहना है तो भारत माता की जय कहना होगा. अगर नहीं कहा हम शिवसेना स्टाइल में जवाब देंगे.
बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भारत माता की जय हम बोलते थे, बोलते हैं और बोलते रहेंगे.