
भारत माता की जय नारे पर अब नया विवाद सामने आया है. एमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी और महाराष्ट्र में उनके एक विधायक के बाद शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) नेता सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि सिख यह नारा नहीं लगा सकते. मान ने कहा कि सिख महिलाओं को किसी भी रूप में नहीं पूजते. इसलिए भारत माता की जय नहीं कहेंगे.
माता की इज्जत करते हैं, पूजा नहीं
भठिंडा सेंट्रल जेल में अपने वर्कर्स से मिलने के बाद कट्टर सिख नेता मान ने कहा कि सिख सिर्फ 'वाहे गुरु जी का खालसा और वाहे गुरु जी की फतह' ही कह सकता है. वह माता की इज्जत तो करते हैं, लेकिन पूजा नहीं करते. अगर सिखों ने भारत माता की जय बोला तो हिंदुओं में शामिल हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी जान जाए कि सिख वंदे मातरम भी नहीं कहेगा.
लोगों पर नहीं थोप सकते अपना धर्म
खलिस्तान की मांग की वकालत के लिए मशहूर मान ने हरियाणा सरकार की ओर से श्रीमदभगवद गीता के प्रचार पर भी निशाना साधा. मान ने कहा कि हिंदू धार्मिक ग्रंथों को दूसरे धर्मों के लोगों पर नहीं थोपना चाहिए. उनके मुताबिक बीजेपी कहती है कि जो भारत माता की जय नहीं कहेगा वह देशभक्त नहीं माना जाएगा.
ओवैसी के साथ उभरे विरोध के सुर
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बीते दिनों कहा था कि भारत माता की जय बोलना सीखना चाहिए. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा था कि कोई गले पर चाकू भी रख दे तो वह भारत माता की जय नहीं बोलेंगे. इसके बाद हैदराबाद के एक मदरसे में फतवा जारी कर कहा गया कि इस्लाम भारत माता की जय कहने की इजाजत नहीं देता.