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आखिर सारे राजनेता लालू परिवार को ही जमीन दान में क्यों देते हैं: सुशील मोदी

बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव के परिवार के इस बेनामी संपत्ति का खुलासा करते हुए कहा कि आखिर 3 साल 8 महीने की उम्र में तेज प्रताप ने रमा देवी की क्या खिदमत की जिससे खुश होकर यह जमीन दान में दी गई.

सुशील मोदी सुशील मोदी
सुजीत झा
  • पटना,
  • 04 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के परिवार के बेनामी संपत्तियों के खुलासे का सिलसिला अभी जारी है. ताजा मामला लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से जुड़ा हुआ है. खुलासे में इस बात का जिक्र है कि जब तेजप्रताप 3 वर्ष 8 महीने के थे तभी उनको 13 एकड़ और 12 डिसमील जमीन दान में मिल गई. और ये जमीन किसी और ने नहीं बल्कि बीजेपी की वर्तमान शिवहर सांसद रमा देवी ने 23 मार्च 1992 को दान किया था. उस वक्त रमा देवी के पति स्वर्गीय ब्रज बिहारी प्रसाद लालू प्रसाद यादव के मंत्रिमंडल में साइन्स एंड टेक्नॉलजी मंत्री थे.

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वर्तमान बीजेपी सांसद रमा देवी तब गृहणी हुआ करती थीं. यह बात उन्होंने डीड में लिखी है, "तेजप्रताप रमा देवी का प्यारा है, जिन्हें रमा देवी बहुत प्यार व मोहब्बत करती हैं. तेजप्रताप भी रमा देवी की खुशी का ख्याल रखते हैं. तेजप्रताप नाबालिग है फिर भी जहां तक संभव होता है रमा देवी की सेवा सुश्रुषा करते हैं. इस मन की इच्छा रमा देवी की हुई कि सेवा सुश्रुषा के कारण अपनी जिन्दगी में ही तेज प्रताप को Gift कर दूं."

बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव के परिवार के इस बेनामी संपत्ति का खुलासा करते हुए कहा कि आखिर 3 साल 8 महीने की उम्र में तेज प्रताप ने रमा देवी की क्या खिदमत की जिससे खुश होकर यह जमीन दान में दी गई. हालांकि सुशील कुमार मोदी ने इस विषय पर पूछने पर उन्होंने कहा कि जब उन्होंने जमीन दान दी थी तब उनके पति आरजेडी में थे और यह बात 25 वर्ष पुरानी है. ऐसे में वही बता सकती हैं कि किन परिस्थियों में उन्हें जमीन का दान करना पड़ा.

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सुशील कुमार मोदी पहले भी लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर आरोप लगाते रहे हैं कि मंत्री बनाने, विधायक बनाने, सांसद बनाने या फिर कोई काम कराने या ठेका दिलाने के एवज में वो जमीन लिया करते थे. लालू राबड़ी के 15 साल और लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री का काल 2004 से 2009 तक जमीन लिखवाने का सिलसिला चला. उन्होंने इतनी जमीन दान में ली है उसका हिसाब खुद लालू प्रसाद यादव के पास भी नहीं होगा. ये जमीन मुजफ्फरपुर जिले के मौजा-किशुनपुर, मधुबन, थाना-कुढ़नी में एक प्लॉट में 9 एकड़ 24 डिसमील तथा दूसरे प्लॉट में 3 एकड़ 88 डिसमील कुल 13 एकड़ 12 डिसमील जमीन दान की गई. इस जमीन के नजदीक से निकलने वाली सड़क का नाम आज भी लालू रोड है.

आरजेडी के नेता रघुनाथ झा कांति सिंह के साथ-साथ आज बीजेपी सांसद रमा देवी का नाम भी जमीन दान से जुड़ गया है. हालांकि रमा देवी जमींदार फैमली की हैं. वो जमीन दान कर सकती हैं लेकिन मोदी का कहना है कि लालू यादव के खटाल में काम करने वाला ललन चौधरी और रेलवे में खलासी के पद पर बहाल ह्दयानंद चौधरी ने कैसे लाखों की जमीन लालू फैमली को दान में दे दी. लालू प्रसाद नेताओं की मजबूरी का लाभ उठाते रहे और हर काम की एक ही कीमत 'काम के बदले जमीन' की नीति का सहारा लेकर 1 हजार करोड़ से ज्यादा के संपत्ति के मालिक बन बैठे.

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सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अभी बेनामी संपत्तियों का और खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में तेजप्रताप के खिलाफ शिकायत करने के बाद वो बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ भी चुनाव आयोग जाएंगे.

 

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