Advertisement

JDU का पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर कब्जा, ABVP का प्रशांत किशोर पर बड़ा आरोप

जेडीयू ने अखिल विद्यार्थी भारतीय परिषद (एबीवीपी) को पटखनी देते हुए पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया है. बाकी के तीन पदों पर एबीवीपी को जीत मिली है.

मोहित प्रकाश( फोटो- फेसबुक) मोहित प्रकाश( फोटो- फेसबुक)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST

पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. जेडीयू ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को पटखनी देते हुए अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया है. बाकी के तीन पदों पर एबीवीपी को जीत मिली है. पिछले दो साल से अध्यक्ष पद एबीवीपी के पास था.

जेडीयू के मोहित प्रकाश ने अध्यक्ष पद पर कब्जा किया तो वहीं एबीवीपी की अंजना सिंह ने उपाध्यक्ष पद पर विजय हासिल की. एबीवीपी के मणिकांत मणि ने मुख्य सचिव पद पर और राजा रवि ने संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की.

Advertisement

वहीं, एबीवीपी ने प्रशांत किशोर पर धांधली का आरोप लगाया है. एबीवीपी का आरोप है कि प्रशांत किशोर ने धन और बाहुबल के इस्तेमाल से अध्यक्ष पद पर जेडीयू को जीत दिलाई है.

बता दें कि पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के लिए बुधवार को वोट डाले गए थे. पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के लिए 20 हजार से ज्यादा मतदाताओं के लिए 46 मतदान केंद्र बनाए गए थे. इस चुनाव में सेंट्रल पैनल के पांच पदों के लिए कुल 43 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना था. उल्लेखनीय है कि पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ को लेकर बिहार का सियासी पारा भी चढ़ा हुआ था.

इस बार पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में शुरू से ही एबीवीपी और जेडीयू के बीच टक्कर थी. चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी बनाम जदयू उम्मीदवारों के बीच ही था.

चुनाव से पहले प्रशांत किशोर पर हुआ था हमला

Advertisement

बता दें कि बुधवार को वोटिंग से पहले जेडीयू नेता प्रशांत किशोर पर पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हमला बोल दिया था. हमला उस वक्त हुआ था जब प्रशांत किशोर सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने पहुंचे थे. दरअसल, मतदान से पहले प्रशांत किशोर लगातार यूनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात कर रहे थे.

आरोप है कि प्रशांत किशोर जेडीयू उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के इरादे से पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह से मुलाकात करने पहुंचे थे. प्रशांत किशोर पर हमला करने के दौरान छात्रों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement