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तेजस्वी बोले- चेहरा चमकाने के लिए नीतीश कर रहे हैं मानव श्रृंखला का आयोजन

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को एक बैठक के दौरान नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि एक तरफ तो बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों को सरकारी मानदेय नहीं दे रही है. उनकी इस मांग को अनसुना कर रही है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ इन्हीं नियोजित शिक्षकों के श्रम और समय का दुरुपयोग अपना नीतीश अपना चेहरा चमकाने के लिए कर रहे हैं.

तेजस्वी यादव (फाइल फोटो) तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 11 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 5:23 PM IST

बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराईयों को खत्म करने के लिए बिहार सरकार 21 जनवरी को राज्य में मानव श्रृंखला बनाने का आयोजन कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले साल 2 अक्टूबर को बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ एक सामाजिक जनजागृति अभियान की शुरुआत की थी. साथ ही ऐलान किया था कि जनवरी के महीने में राज्य में एक बार फिर से शराबबंदी के तर्ज पर बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मानव श्रृंखला बनेगी.

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तय कार्यक्रम के मुताबिक बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मानव श्रृंखला 13600 किलोमीटर लंबी होगी. इसमें 4.5 करोड़ लोगों की जन भागीदारी होगी. लेकिन बिहार में जिस तरह कड़ाके की ठंड और शीतलहर चल रही है.

इसको देखते हुए नीतीश कुमार का महत्वकांक्षी कार्यक्रम विपक्ष के निशाने पर आ गया है. विपक्षी दलों का मानना है कि इस कड़ाके की ठंड में बच्चों और सरकारी कर्मचारियों को सड़क पर मानव श्रृंखला का पूर्वाभ्यास कराना अमानवीय है.

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को एक बैठक के दौरान नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि एक तरफ तो बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों को सरकारी मानदेय नहीं दे रही है. उनकी इस मांग को अनसुना कर रही है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ इन्हीं नियोजित शिक्षकों के श्रम और समय का दुरुपयोग अपना नीतीश अपना चेहरा चमकाने के लिए कर रहे हैं.

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तेजस्वी ने कहा कि नीतीश सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, विकास, कानूनी और व्यवस्था, हर मोर्चे पर पूरी तरीके से फेल हो चुकी है पर हवा-हवाई मुद्दे उठा कर मुख्यमंत्री का चेहरा चमकाने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है.

तेजस्वी ने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ तो पिछले कई वर्षों से कानून बना हुआ है, मगर बिहार में पिछले 13 वर्षों में इसे कड़ाई से लागू नहीं किया गया और इसके लिए नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए.

तेजस्वी ने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ झूठा श्रेय लेने के लिए नीतीश कुमार मानव श्रृंखला का आयोजन कर रहे हैं. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए मांग कि इस कड़ाके की ठंड में खुद का चेहरा चमकाने वाले इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा देना चाहिए और जब मौसम अनुकूल हो तब उन्हें अपना प्रचार और प्रसार करना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश सरकार अगर इस कार्यक्रम की तिथि को आगे बढ़ा देती है तो इससे बच्चों को काफी सहूलियत होगी.

तेजस्वी ने कहा कि वह बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाने के विरोध में नहीं है लेकिन खुद का चेहरा चमकाने के लिए मानवीय पहलू की अनदेखी करना पूरी तरीके से गलत है.

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