
गुजरात में हुए राज्यसभा चुनाव में जदयू के इकलौते विधायक छोटू वासव ने बीजेपी और कांग्रेस में से कांग्रेस को चुना. वोट देने के बाद छोटू ने नाटकीय अंदाज में कहा था कि उन्होंने विचारधारा को वोट दिया लेकिन शाम होते-होते उन्होंने खुद यह साफ कर दिया कि उनका वोट कांग्रेसी उम्मीदवार अहमद पटेल को गया है. वहीं दिनभर जदयू महासचिव केसी त्यागी यह कहते रहे कि उनके विधायक ने बीजेपी को वोट दिया है.
शरद से संपर्क में थे छोटू वासव
ऐसा माना जा रहा है कि छोटू वासव जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के संपर्क में थे और उन्हीं के इशारे पर उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार की जगह कांग्रेस के उम्मीदवार को अपना वोट दिया.
राजनीति की समझ रखने वाले यह कहते हैं कि छोटू के जरिए शरद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. शरद, बिहार में महागठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ राज्य में सरकार बनाने की वजह से नाराज हैं. हालांकि उन्होंने इस बारे में खुलकर कुछ नहीं किया है लेकिन मौके-दर-मौके उन्होंने ऐसे इशारे दिए हैं जिससे साफ होता है कि शरद यादव को बिहार में बीजेपी की वापसी बहुत रास नहीं आई है.
अहमद पटेल को दी बधाई
यहां यह गौरतलब है कि बिहार में जदयू और बीजेपी के गठबंधन की सरकार है. इस लिहाज से गुजरात में हुए राज्यसभा चुनाव में जदयू के विधायक को बीजेपी के उम्मीदवार को वोट करना चाहिए था लेकिन हुआ इसका उल्टा. इसके अलावे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने ट्विटर के जरिए चुनाव जीतने वाले कांग्रेसी उम्मीदवार अहमद पटेल को बधाई भी दी. इसके अलावे शरद यादव ने बताया कि उन्होंने समान विचारों वाले नेताओं की 17 अगस्त को दिल्ली में बैठक बुलाई है.
जनता से संवाद के लिए बिहार की यात्रा
शरद पहले भी नीतीश कुमार के फैसले नाखुशी जाहिर कर चुके हैं. लेकिन अब ऐसा लगता है कि वो खुलकर सामने आने का मन बना चुके हैं. वह 10 से 12 अगस्त के बीच बिहार के 7 जिलों में आम लोगों के बीच जाकर संवाद करेंगे.