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हिंदू परंपराओं से ऊपर है VIP नेताजी!

हिंदू मानयताओं के अनुसार भूमि पूजन कार्यक्रम जमीन पर बैठकर किया जाता है. लेकिन इस कार्यक्रम में शामिल हुए  नेताओ ने कुर्सी में बैठ कर पूजा पाठ की. कार्यक्रम का फोटो होने के बाद नेता जी बगले झाँक रहे है. कई बार फोन करने के बावजूद वो इस बारे में बात करते ही फोन तक काट देते है.

सांसद डॉ बंशीलाल महतो व अन्य सांसद डॉ बंशीलाल महतो व अन्य
सुनील नामदेव/विजय रावत
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2017,
  • अपडेटेड 9:29 PM IST

VIP कल्चर को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है. लेकिन बीजेपी शाषित छत्तीसगढ़ में जन प्रतिनिधियों की शान शौकत में कोई कमी नहीं आयी है. वो VIP कल्चर को बनाये रखने के लिए परम्पराओं को भी ताक पर रख दे रहे हैं. मामला कोरिया जिले के बैकुंठपुर का है. एक सरकारी  भवन के लोकार्पण  के मौके पर भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया था.

फोटो वायरल होंने के बाद कन्नी काट रहे है नेता जी
हिंदू मानयताओं के अनुसार भूमि पूजन कार्यक्रम जमीन पर बैठकर किया जाता है. लेकिन इस कार्यक्रम में शामिल हुए  नेताओ ने कुर्सी में बैठ कर पूजा पाठ की. कार्यक्रम का फोटो होने के बाद नेता जी बगले झाँक रहे है. कई बार फोन करने के बावजूद वो इस बारे में बात करते ही फोन तक काट देते है.

कोरबा कोरिया जिले में  पुलिस की 18 वीं बटालियन के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया गया. लोकार्पण में मुख्य अतिथि सांसद डॉ बंशीलाल महतो थे. जबकि बतौर विश्ष्ट अतिथि राज्य की संसदीय सचिव चंपादेवी पावल और विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के साथ जिले के कलक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा भी शामिल हुए.

पंडित जी ने जमीन में बैठ कर किया भूमि पूजन तो नेता जी ने कुर्सी में बैठ कर की रस्म आदायगी
लोकार्पण कार्यकर्म की शुरुआत विधि विधान और पूजा पाठ के साथ हुई. निर्धारित स्थल में जमीन पर पूजा समाग्री रखी गई थी. इसके बाद पंडित जी ने पूजा शुरू की. इस दौरान वहा मौजूद सांसद, विधायक और संसदीय सचिव, तीनो जमीन में बिछे दरी में ना बैठकर के ठाठ के साथ कुर्सी में बैठे रहे. इन्हें देख कर इलाके के कलेक्टर ने भी वही रुख अपनाया. वो भी कुर्सी में जमे रहे. जबकि पंडित जी जमीन पर बैठकर मंत्रोचारण करते रहे. इन जनप्रतिनिधियों का ऐसे कार्यकमो में भी कुर्सी का मोह नहीं छूटा.

पूजा पाठ के दौरान जुटे लोगो ने जब जनप्रतिनिधियों को इस हाल में देखा तो वो हैरत में पड़ गए. वो सोचने लगे कि कम से कम पूजा पाठ में कुर्सी छोड़ जमींन में बैठ जाना चाहिए था. क्योकि यह हिन्दू परम्परा के तहत सम्पन्न कराई जा रही थी.

कार्यक्रम खत्म हो गया. और जनप्रतिनिधि अपनी सायरन लगी गाड़ियों में फिर आराम से बैठ गए. हूटर बजाती हुई गाड़ियां अपने अगले पड़ाव के लिए निकल गयी. लेकिन नेताओ का यह रुख किसी को भी रास नहीं आया. फिलहाल पूजापाठ के दौरान कुर्सी में जमे नेताओ की वायरल फोटो चर्चा का विषय बनी हुई है.

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