
साल के अंत में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने टिकट वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ब्लॉक कांग्रेस कमेटियां विधानसभा क्षेत्रवार उम्मीदवारों के आवेदनों को स्वीकार कर रही हैं.
इस बीच बिलासपुर जिले की कोटा विधानसभा सीट को लेकर कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. इस विधानसभा सीट से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी की पत्नी रेणु जोगी लगातार दो बार अपनी जीत दर्ज करा चुकी है, लेकिन इस बार उनकी दावेदारी पहले की तर्ज पर मजबूत नहीं आंकी जा रही है.
पार्टी नेताओं को विधायक रेणु जोगी का टिकट खतरे में दिखाई दे रहा है. एक तरह से माना जाए तो कांग्रेस विधायक दल की उपनेता रहीं रेणु जोगी का कोटा विधानसभा सीट से पत्ता कटने की कगार पर है. उनके स्थान पर किसी नए नेता की दावेदारी पुख्ता मानी जा रही है.
कोटा विधानसभा सीट से इस बार सात नए चेहरों ने दावेदारी की है. इनमें से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के परिजनों की दावेदारी को पुख्ता माना जा रहा है. इससे साफ है कि इस बार रेणु जोगी को कोटा विधानसभा सीट से टिकट मिलना मुश्किल है.
विधायक रेणु जोगी की इस सीट को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल की दलील है कि वर्तमान विधायक होने के नाते रेणु जोगी को अपनी दावेदारी पेश करने का अधिकार है. उनके मुताबिक जहां तक टिकट देने या ना देने का सवाल है, यह गुण-दोष के आधार पर तय होगा.
दरअसल, कांग्रेस से नाता तोड़ते वक्त ही नहीं अपितु कई मौकों पर अजित जोगी यह ऐलान कर चुके है कि उनकी पत्नी रेणु जोगी और उनका 40 सालों का संबंध है. इसलिए वे उन्हीं के साथ जाएंगी. ऐसे में रेणु जोगी के कांग्रेस से तीसरी बार टिकट की दावेदारी करने के फैसले से लोगों की निगाहें अजित जोगी के अलगे कदम पर टिकी हुई है.
कांग्रेस से नाता तोड़ अजित जोगी ने छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के नाम से नए दल का गठन कर चुके हैं. इस दल में अजित जोगी के विधायक पुत्र अमित जोगी और दो अन्य विधायक भी शामिल हैं. उम्मीद की जा रही थी कि देर से ही सही लेकिन रेणु जोगी अपने पति की पार्टी में शामिल हो जाएंगी.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी कभी भी उनके मित्र नहीं रहे. उनके साथ उनका सिर्फ राजनैतिक परिचय रहा है. पीएल पुनिया ने कहा कि पत्नी रेणु जोगी को कांग्रेस में बनाए रखने के पीछे अजित जोगी का क्या राजनैतिक मकसद है ये बात या तो रेणु जोगी ही बता सकती हैं, या फिर अजित जोगी.
उन्होंने यह भी कहा कि पीसीसी और स्क्रीनिंग कमेटी एक सीट से सिर्फ दो से तीन नाम ही AICC को भेजेगी. इन नामों में स्वच्छ छवि और जीतने योग्य उम्मीदवारों को ही तरजीह दी जाएगी.
फिलहाल राजनैतिक गलियारे में रेणु जोगी की कांग्रेस से उम्मीदवारी का मामला गरमाया हुआ है. कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी समेत तमाम दूसरे दलों और खुद अजित जोगी की पार्टी के नेताओं की निगाहें इस ओर लगी हुई है कि कांग्रेस रेणु जोगी को मैदान में उतारेगी या नहीं.