
सुकमा में नक्सलियों ने कई यात्री वाहनों को आग के हवाले कर दिया. यात्री वाहनों और सवारी गाड़ियों पर नक्सली हमले से कई गावों में आवाजाही ठप हो गई है. नक्सलियों ने कई इलाकों में यात्रियों को लाने-जाने में लगी बसों, जीप, स्कॉर्पियों और मेटाडोर जैसे वाहनों को आग के हवाले कर दिया है. नक्सली उत्पात यही नहीं थमा. उन्होंने कई ग्रामीणों की मोटर साइकिल भी जला दी.
ग्रामीणों की मोटरसाइकिल भी जलाई गईं
दरअसल सुकमा के जंगल के भीतर के गांव में वैसे ही आवागमन ठप रहता है. कुछ माह पहले सुरक्षाबलों के दबाव के चलते नक्सलियों ने कई इलाकों से दूरियां बना ली थी. इससे उन इलाकों में आवागमन ने जोर पकड़ लिया था. ग्रामीणों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने के लिए मेटाडोर, बस, जीप और स्कॉर्पियों जैसे वाहन सड़कों पर दिखाई देने लगे थे. हालांकि सुबह सात बजे से लेकर शाम तीन बजे तक ही उनकी आवाजाही होती थी. यही नहीं कई ग्रामीणों ने मोटर साइकिल भी खरीदी थी. वो इस पर सवार होकर एक गांव से दूसरे गांव आया-जाया करते थे. लेकिन बीते दो दिनों में नक्सलियों ने दो दर्जन से ज्यादा मोटर साइकिल आग के हवाले कर दी हैं. उन्होंने उन बसों, मेटाडोर और दूसरे वाहनों को जला कर नष्ट कर दिया है, जो यात्री सेवाएं मुहैया करवा रहे थे.
नरसिंह रेड्डी के आत्मसमर्पण से बौखलाए नक्सली
सुकमा के कोंटा, चिखलागुड़ा, दोरनापाल, एर्राबोर और फंदीगुड़ा की सड़कों पर कई वाहन जले पड़े हैं. जिन बसों को नक्सलियों ने आग के हवाले किया है, वे बस्तर और हैदराबाद के जिलों में यात्री सेवाएं मुहैया करवा रही थी. ये बसें तेलंगाना राज्य से आवाजाही का परमिट ली हुई थीं. इन बसों के जल जाने से एक बार फिर कई इलाकों में आवाजाही ठप पड़ गई है. पुलिस ने अंदेशा जाहिर किया है कि तेलंगाना में कुख्यात नक्सली दंपत्ति नरसिंह रेड्डी के आत्मसमर्पण से बौखलाकर ही नक्सली इन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.