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रेलवे सैलून का दुरुपयोग, रेलवे बोर्ड के निर्देश पर विजिलेंस टीम ने दी दबिश

सैलून में गए अफसर और उनका परिवार पिकनिक मनाकर लौट रहा था, हालांकि विजिलेंस की टीम ने उन्हें सैलून से उतरते हुए बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर धर दबोचा. इस सैलून में अफसरों की पत्नी और बच्चे समेत कुल नौ सदस्य सवार थे.

परिवार समेत पिकनिक मनाने मनेंद्रगढ़ पहुंच थे परिवार समेत पिकनिक मनाने मनेंद्रगढ़ पहुंच थे
सुनील नामदेव
  • बिलासपुर ,
  • 07 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 6:39 PM IST

बिलासपुर रेल मंडल में रेलवे सैलून के दुरुपयोग को लेकर बवाल मचा हुआ है. विजिलेंस की जांच में कई अफसर अपनी पत्नियों समेत सैर सपाटे के लिए सैलून में सवार होकर मौज मस्ती के लिए निकले थे, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में सैलून से यात्रा को ऑफिशियल विजिट करार दिया गया था. मामले की शिकायत के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमेन अश्विन लोहानी ने हकीकत जानने के लिए विजिलेंस की टीम को मौके पर भेजा, लेकिन काफी देर हो चुकी थी.

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सैलून में गए अफसर और उनका परिवार पिकनिक मनाकर लौट रहा था, हालांकि विजिलेंस की टीम ने उन्हें सैलून से उतरते हुए बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर धर दबोचा. इस सैलून में अफसरों की पत्नी और बच्चे समेत कुल नौ सदस्य सवार थे. विजिलेंस की टीम ने अफसरों से पूछताछ की तो जवाब मिला कि सह-परिवार विभागीय दौरे पर मनेन्द्रगढ़ गए थे. फिलहाल विजिलेंस की टीम ने अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेज दी है.

हाल ही में केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रायपुर और बिलासपुर रेल मंडल का दौरा कर अफसरों को सख्त हिदायत दी थी कि सैलून का दुरुपयोग रोका जाए, केवल आवश्यकता पड़ने पर ही उसका उपयोग हो. रेलमंत्री ने यह भी निर्देश दिया था कि अफसर ज्यादा से ज्यादा दौरे सामान्य ट्रेनों में करें. इससे रेलवे का विभागीय घाटा कम होगा और अफसरों की ट्रेन में मौजूदगी से यात्री सुविधाएं और बेहतर हो सकेंगी. लेकिन इस घटना से लगता है कि बिलासपुर रेल मंडल के अफसरों ने रेलवे मंत्री के आदेश पर गौर नहीं किया.

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बताया जाता है कि होली की छुट्टियों को मौज मस्ती में तब्दील करने के लिए रेलवे अफसरों ने खानापूर्ति करने के लिए विभागीय दौरा तय किया. पत्नी, बच्चों समेत अफसर रेलवे सैलून में सवार हो गए. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डिप्टी सीपीओ हाफिज अहमद समेत दो अफसरों विभागीय दौरा बताकर चिरमिरी-बिलासपुर पैसेंजर में सैलून जोड़कर परिवार समेत पिकनिक मनाने मनेंद्रगढ़ पहुंच गए. इसी ट्रेन में सोमवार को वापसी के दौरान बीच में किसी ने इसकी शिकायत रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी से कर दी. बोर्ड की टीम के निर्देश के बाद विजिलेंस की टीम ने जोनल स्टेशन में दबिश दी. सैलून में रेल अधिकारी के अलावा नौ सदस्य सवार थे.

बिलासपुर रेल मंडल के सीपीआरओ डॉ. प्रकाशचंद्र त्रिपाठी के मुताबिक टीम ने प्रकरण रेलवे बोर्ड को भेज दिया है. उनके मुताबिक विजिलेंस की टीम ने अफसरों के बयान दर्ज किए है. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे विभागीय दौरे पर सपरिवार मनेंद्रगढ़ गए थे, इसके लिए पास जारी हुआ है.

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