
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने चीन को देश के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बताया है. रायपुर में स्वयं सेवकों को बौद्धिक सन्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हिमालय और तमिलनाडु पर चीन का आक्रमण हुआ है. इन भागों में विरोधियों का जितना बड़ा जमावड़ा होगा उतना ही परेशानी होगी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने देश की एकता अखंडता और मानव प्रेम को बनाये रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि इन तीन बातों पर अमल करने से हिन्दुस्तान दुनिया का सिरमौर बनेगा और विश्व शक्ति के रूप में जाना जाएगा. भागवत ने सत्ता को कृत्रिम वस्तु बताते हुए इशारों में कहा कि सत्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चलती.
मोहन भागवत ने भारतीय संस्कृति को जोड़ने वाली संस्कृति बताया और उनके मुताबिक हम लोग समाज हित में एक घंटा भी काम करेंगे तो संपूर्ण दूनिया के लोग आगे बढ़ेंगे. मोहन भागवत ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो किसी के घर को लूट कर अपने देश को नहीं भारता है, बल्कि यहां के लोग अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए खुद मेहनत करते हैं. वहीं विदेश के लोग अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए दूसरे देशों को लूटते हैं. उन्होंने कहा कि सक्रिय होकर देश के लोगों को समाज जागरण करना चाहिए तभी समाज आगे बढ़ सकेगा.
जनता से रोज शाखा जाने की अपील करते हुए भागवत ने कहा कि हमें प्रति दिन कम से कम एक घंटे का वक्त देश के लिए देना चाहिए. बीजेपी का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि आज व्यापार की वजह से लोग समूह बना रहे हैं लेकिन व्यापार एक साधन है और उसमें स्वार्थ भी है. उन्होंने कहा कि नकली बात ज्यादा दिन तक चल नहीं सकती, संघ प्रमुख ने दार्शनिक अंदाज में कहा कि सच्चा सुख अंदर से मिलता है बाहर से नहीं, इसलिए बाहर भागने की जरूरत नहीं है.