
दिल्ली में दो बड़ी यूनिवर्सिटीज में हुए छात्रसंघ के चुनाव परिणाम एक ही दिन आए. दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (डूसू) चुनाव के नतीजों में बीजेपी की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बाजी मारी है. लेकिन देश शाम जेएनयू छात्रसंघ चुनाव के आए परिणाम ने लेफ्ट गठबंधन को जश्न मनाने का मौका दे दिया है.
AISA और SFI गठबंधन को कामयाबी
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट गठबंधन को शानदार जीत मिली है. सेंट्रल पैनल की चारों सीटों पर लेफ्ट गठबंधन ने परचम लहराया है. अध्यक्ष पद पर AISA के मोहित पांडे को जीत मिली है.मोहित पांडेय ने बीएपीएसए के राहुल सोनपिम्पले को 409 मतों के अंतर से हराया. जबकि उपाध्यक्ष पद अमल पीपी की झोली में गई. वहीं महासचिव पद शतरूपा चक्रवर्ती ने कब्जा किया और तबरेज हसन को संयुक्त सचिव सीट पर जीत हासिल हुई.
पिछले दिनों विवादों में था जेएनयू कैंपस
दरअसल इससे पहले जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में AISA और SFI दोनों अलग-अलग अपने उम्मीदवार मैदान में उतारते थे, लेकिन इस बार जिस तरह पिछले दिनों जेएनयू कैंपस विवादों में घिरा रहा, उसे देखते हुए इन दोनों छात्र संगठनों के बीच गठबंधन हुआ. इस गठबंधन का मूल-मंत्र ABVP को रोकना था.
ABVP को थी कामयाबी की उम्मीद
इस बार जेएनयू में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए ABVP ने भी पूरी ताकत लगा दी थी, लेकिन एक भी सीट पर कामयाबी हाथ नहीं लगी. हालांकि इस बार रिकॉर्ड 59 फीसदी मतदान हुआ था, जोकि पिछले साल की तुलना में 6 फीसदी अधिक रही. साल 2015 के जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में 53.3 फीसदी मतदान हुआ था. आइसा और एसएफआई गठबंधन ने काउंसलर की भी 31 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की. एबीवीपी को केवल संस्कृत विभाग में काउंसलर की सीट मिली.
डूसू चुनाव में ABVP ने मारी बाजी
इससे पहले दिन में डूसू के चुनावी नतीजों में एबीवीपी का दबदबा रहा. चार में तीनों सीटों पर ABVP के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. एक सीट कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई की झोली में गई. अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अमित तंवर, उपाध्यक्ष के लिए प्रियंका और सचिव पद के लिए अंकित सिंह चुने गए. वहीं संयुक्त सचिव पद पर NSUI के मोहित गरिड ने जीत हासिल की.