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LG और पीएम मोदी पर फिर बरसे केजरीवाल, पूछा- दिल्ली के लिए क्या किया?

केजरीवाल ने लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी आम आदमी पार्टी सरकार के जनता से जुड़े फैसले को उपराज्यपाल के जरिये रोक रहे हैं. साथ ही उपराज्यपाल उस टीम को भी हटाने में जुटे हैं जिसने मोहल्ला क्लीनिक बनाया और फ्लाईओवर बनाने में रुपये बचाए.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
केशव कुमार/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर उपराज्यपाल नजीब जंग पर बरस पड़े. एक के बाद एक ट्वीट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि सरकार के कामकाज की कई अहम फाइलों पर उपराज्यपाल बैठे हुए हैं. ट्वीट करते हुए केजरीवाल ने सूत्रों का हवाला दिया और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना लगाना भी नहीं भूले.

केजरीवाल ने लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी आम आदमी पार्टी सरकार के जनता से जुड़े फैसले को उपराज्यपाल के जरिये रोक रहे हैं. साथ ही उपराज्यपाल उस टीम को भी हटाने में जुटे हैं जिसने मोहल्ला क्लीनिक बनाया और फ्लाईओवर बनाने में रुपये बचाए.

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सूत्रों का हवाला देते हुए केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा कि मोदीजी न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के फैसले का विरोध कर रहे हैं. इसके साथ ही केजरीवाल ने बिजली कटौती पर जनता को मुआवजा देने की फाइल का जिक्र करते हुए आरोप लगाया और सवाल पूछा कि उपराज्यपाल इन फाइलों पर बैठे हुए हैं और कोई फैसले नहीं ले रहे. क्या हमारा काम असंवैधानिक है?

आरोप का सिलसिला यहां थमा नहीं और अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा कि आम आदमी पार्टी सरकार ने 10 अस्पताल बनाने के लिए DDA से जमीन मांगी लेकिन मोदीजी के उपराज्यपाल ने मना कर दिया. क्या हमारी मांग असंवैधानिक है?

सबसे आखिरी में अरविंद केजरीवाल ने जनता से पूछा कि क्या वो कोई एक सकारात्मक काम ऐसा बता सकते हैं जो मोदीजी या उपराज्यपाल ने दिल्ली के लिए किया हो. केजरीवाल ने ये भी आरोप लगाया कि स्वाति मालीवाल को अच्छे काम के लिए पद से हटाया जा सकता है और अगले हफ्ते तक उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.

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एलजी पर मंत्री ने भी साधा निशाना
उधर मंत्री सत्येंद्र जैन भी अपने मुखिया अरविंद केजरीवाल के सुर से सुर मिलाते नजर आए. उन्होंने कहा कि हां हमने बहुत सारे गलत फैसले किए हैं. हमने कहा कि 2 घंटे से ज्यादा बिजली जाएगी तो पेन लगनी चाहिए. उपराज्यपाल साहब को ओवर टर्न करना होगा फैसला. 14 फरवरी 2014 से 14 फरवरी 2015 तक वो 14 काम कौन से किए, बता दें. हमने काम किया है, उन्हें अनुमति देने के लिए फाइल भेजी है न कि ओवर टर्न करने के लिए. वो गलत इस्तेमाल कर रहे हैं पद का. उन्हें लगता है कि वो ब्रिटिश राज में आ गए हैं.

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