
थाना महेन्द्रा पार्क के आईओ रूम से महिला पुलिसकर्मी का पर्स चोरी हो गया है. जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे हुए थे. सूचना मिलते ही थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया. जिससे आरोपी पकड़ा जा सके. आरोपी भी इतना शातिर निकला कि उसका चेहरा कैमरों तक में कैद नहीं हुआ. कौन चोर था किसने चोरी की, कहां से और कब आया चोर... किसी को नहीं पता है. अब चोर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जिसकी तलाश की जा रही है. वारदात महेन्द्रा पार्क थाने में सामने आई है.
पुलिस अधिकारियों की मानें तो महेन्द्रा पार्क थाने में महिला एएसआई काफी समय से तैनात हैं. वारदात वाले दिन दिन महिला एएसआई अपने आईओ रूम में बैठकर अपनी केस फाईलों का काम पूरा कर रही थीं. उस समय कमरे में कोई नहीं था. उन्होंने अपना रैक्सीन का लेडी पर्स रूम में पास की ही एक टेबल पर रखा था. पर्स के अंदर एक छोटा पर्स भी था. जिसमें उनका दिल्ली पुलिस का आई कार्ड, सीजीएचएस कार्ड, स्कूटी का लाईसेंस, आरसी, एटीएम कार्ड और कुछ हजार रुपए, कोर्ट के समन व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे हुए थे.
बैग के अंदर दिल्ली पुलिस के फाइल कवर में दो केस फाइल जिसमें महेन्द्रा पार्क के एक केस की अनट्रेस रिपोर्ट थी. जिसको पूरा कर लिया गया था. दूसरी फाइल में एक केस की कंपलीट केस फाइल थी. जिसमें मुलजिम जेसी पर चल रहा है. एक अन्य फाइल कवर में शिकायतें व प्रफोरमा आदि दस्तावेज रखे हुए थे.
पुलिस एफआईआर की मानें तो महिला एएसआई पौने चार बजे वाशरूम गई थी. पांच से सात मिनट बाद जब वह वापिस आई तो उनका टेबल पर रखा बैग गायब था. उन्होंने काफी देर बैग को तलाशने की कोशिश की थी. नहीं मिलने पर उसने वारदात की सूचना अपने अधिकारियों को दी थी. जिसके तुरंत बाद आईओ रूम के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया. जिसमें कोई संदिग्ध दिखाई नहीं दिया. मामला सामने आने के बाद अभी तक फाइल तो दूर चोर का भी पुलिस पता लगाने में नाकाम साबित हुई है. थाने और वहां के एक रूम से बैग चोरी होने से थाने की कार्यशैली पर सवाल तो खड़ा होता है. साथ ही थाने में रूम तक चोर आराम से गया और वारदात को अंजाम देकर फरार भी हो गया. यह सबसे हैरान करने वाली बात है.
बैग में रखी फाइलों से किसको फायदा हो सकता था. इसको लेकर पुलिस जांच कर रही है. यह पहला मामला नहीं है कि थानों से पर्स चोरी हुआ है. पहाड़ गंज थाने से वायरलेस तक चोरी हो गया था. जो करीब तीन साल बाद भी नहीं मिला है. 20 अप्रैल को गाजीपुर थाने के इंस्पेक्टर दीपक दुबे की सरकारी जीप थाने के सामने से ही चोरी हो गई थी. जिसमें एक नशेड़ियों को कुछ ही घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया था.