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बारापुला फ्लाईओवर को लेकर हाईकोर्ट ने PWD के सेक्रेटरी से मांगा जवाब

हाईकोर्ट ने PWD को अपने हलफनामे में यह भी बताने को कहा है कि बारापुला फ्लाईओवर के निर्माण के लिए कितने खंबे बनाए जाने थे और अब तक कुल कितने बनाए गए.

याची का कहना है कि पुल के निर्माण से ट्रैफिक जाम के हालात बन गए. याची का कहना है कि पुल के निर्माण से ट्रैफिक जाम के हालात बन गए.
रणविजय सिंह/पूनम शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 21 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 11:55 PM IST

कुशक नाला के ऊपर बन रहे बारापुला फ्लाईओवर में 2 एडिशनल लूप बनाए जाने पर दिल्ली हाईकोर्ट ने PWD के सेक्रेटरी और चीफ इंजीनियर से जवाब मांगा है. हाई कोर्ट ने इन दोनों अधिकारियों को हलफनामा दाखिल कर यह बताने के लिए कहा है कि अतिरिक्त लूप को बनाने के लिए क्या साउथ एमसीडी पुलिस और यूटीपैक की मंजूरी ली गई थी या नहीं.

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हाईकोर्ट ने PWD को अपने हलफनामे में यह भी बताने को कहा है कि बारापुला फ्लाईओवर के निर्माण के लिए कितने खंबे बनाए जाने थे और अब तक कुल कितने बनाए गए. बारापुला फ्लाईओवर में अगर दो और लूप बनाए जाते हैं तो आशंका है कि पिलंजी गांव, कोटला, डिफेंस कॉलोनी, लाजपत नगर और साउथ एक्स वन समेत साउथ दिल्ली के कई इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या और बढ़ जाएगी.  

याचिका में कहा गया है कि इस निर्माण के कारण न सिर्फ आईएनए और साउथ एक्स जैसे इलाकों में ट्रैफिक जाम के हालात बन गए हैं. बल्कि हर रोज आम लोगों के लिए यहां से गुजरना दुर्घटना को न्यौता देने जैसा है. रोड के इतना छोटा होने के कारण वहां रहने वाले आम लोगों के लिए भी मुश्किलें बढ गई हैं. वहीं के दो स्थानीय लोग मंजीत सिंह चुग और अंकुश वोहरा ने ही दिल्ली हाईकोर्ट में ये याचिका लगाई है.

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