Advertisement

सुरजेवाला बोले- कांग्रेस ने पहले ही चेताया था, कुछ लोग दंगों वाली दिल्ली बनाना चाहते हैं

दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिल्ली में शांति बहाल करने और सौहार्द्र मार्च निकालने की अपील की.

सुरजेवाला ने केन्द्र और राज्य सरकार से शांति बहाल करने की अपील की सुरजेवाला ने केन्द्र और राज्य सरकार से शांति बहाल करने की अपील की
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 6:14 PM IST

  • दिल्ली में भड़की हिंसा में अबतक हुई नौ लोगों की मौत
  • दिल्ली के कई हिस्सों में हुई आगजनी और पत्थरबाजी

दिल्ली में भड़की हिंसा पर कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दिल्ली में फिर से अमन-शांति स्थापित करने की अपील की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने पहले ही सचेत किया था कि कुछ लोग दिल्ली को दंगों वाली दिल्ली बनाना चाहते हैं.

Advertisement

सुरजेवाला ने कहा, "देश की राजधानी दिल्ली में बेहिसाब हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी और हत्या की घटनाओं ने देश का सीना छलनी कर दिया है. दुर्भाग्य है कि जब हम यह पत्रकार वार्ता कर रहे हैं, उस वक्त भी दिल्ली के कई हिस्सों में हिंसा का नंगा तांडव चल रहा है. जिस प्रकार दिल्लीवासियों का खून सड़कों पर बहाया जा रहा है. भाई-भाई की जान का प्यासा बना है. मानवता और सब रिश्ते तार-तार हो गए हैं. आज गांधी जी के देश की आत्मा खून के आंसू रो रही है. सांप्रदायिक ताकतें और धर्म के आधार पर जहर उगलने वाले तत्वों का चारों ओर बोलबाला है, भारत का सीना छलनी है."

कांग्रेस ने की गलत मंसूबों को विफल करने की अपील

सुरजेवाला ने कहा कि क्या गांधी जी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल के भारत में क्या दुनिया के सबसे युवा देश में हिंसा का ये नंगा नाच किसी भारतीय को मंजूर हो सकता है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से हम दिल्ली और देश की जनता से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और देश को धर्म और मजहब के आधार पर बांटने वाली फिरकापरस्त ताकतों के गलत मंसूबों को विफल करने की अपील करते हैं.

Advertisement

कांग्रेस ने की कार्रवाई की मांग

प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे सुरजेवाला ने कहा कि हम इन दंगों की कड़ी निंदा करते हैं और दोषियों की पहचान कर असली अपराधियों, उपद्रवियों और उन्हें भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से हम हिंसा में मारे गए हेड कांस्टेबल रतनलाल और अन्य नागरिकों की मौत पर गहरा शोक व दुख व्यक्त करते हैं. दिल्ली पुलिस के डीसीपी अमित शर्मा और 100 से अधिक घायल व्यक्तियों के स्वस्थ होने की कामना करते हैं. तीन पत्रकार साथियों के साथ जो जघन्य कृत्य हुआ उसकी कड़ी निंदा करते हैं. उन पर हमला करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं.

यह भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या हुई 9, चैनल के पत्रकार को भी लगी गोली

सुरजेवाला बोले- कांग्रेस की बात सच होती दिख रही

सुरजेवाला ने कहा, "दिल्ली की जनता काफी समझदार है. लेकिन कुछ सांप्रदायिक शक्तियां अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते पिछले काफी समय से समाज को बांटने और धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण करने का षड्यंत्र कर रही हैं. हमने पहले भी कहा था कि दिल्ली को दंगों वाली दिल्ली बनाने का षड्यंत्र किया जा रहा है. आज कांग्रेस की वो बात सच होती हुई दिख रही है."

Advertisement

सुरजेवाला ने खड़े किए कई अहम सवाल

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे को लेकर सुरजेवाला ने कहा, "चिंता का विषय यह है कि जब कोई विदेशी मेहमान हमारे देश के दौरे पर हो तो ऐसे में केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और पुलिस को अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए था लेकिन हैरानी की बात है कि कोई अतिरिक्त सतर्कता दिखाने के बजाए गृह मंत्रालय और दिल्ली की नवनिर्वाचित सरकार राजधानी में हो रही हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी और हत्याओं से इसकदर अनजान बने हुए हैं मानो राजधानी की कानून-व्यवस्था उपद्रवियों के हाथ में सौंप दी गई हो."

यह भी पढ़ें: राजघाट पर शांति प्रार्थना के बाद घायलों से मिलने GTB अस्पताल पहुंचे केजरीवाल

सुरजेवाला ने की कानून-व्यवस्था बहाल करने की अपील

 सुरजेवाला ने केंद्र और राज्य सरकार से शांति बहाल की अपील करते हुए कहा, "किसी भी प्रकार की हिंसा का गांधी जी के भारत में स्थान नहीं हो सकता. आज समय की बात है कि दिल से देश प्यारा हो और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर आज देश के लोग प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री की ओर देख रहे हैं कि वो आगे बढ़ें और वे यह सुनिश्चित करें कि जमीन पर शांति हो. जमीन पर भाईचारा बने. एक बार फिर सौहार्द्र मार्च निकले. सभी धर्मों के लोगों से बात हो. कानून-व्यवस्था बहाल हो. सारे मामले का पटापेक्ष हो. इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर है. आज आरोप-प्रत्यारोप का दिन नहीं है."

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement