
आम आदमी पार्टी सरकार इन दिनों उपराज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. एक ओर जहां अपनी तीन मांगों को मनवाने के लिए केजरीवाल सरकार पिछले 2 दिन से एलजी के दफ्तर पर ही धरने पर बैठी हुई है, वहीं विपक्षी दल भी आप सरकार के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं. कांग्रेस के कई पूर्व मंत्रियों ने दिल्ली सरकार की नाकामियों को उजागर किया और लताड़ भी लगाई.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि बड़ी अजीब बात है कि आम आदमी पार्टी जो दिल्ली की सत्ता में है, बीजेपी जो नगर निगम और केंद्र में है, वे अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ धरने पर बैठ रहे हैं. अरविंद केजरीवाल बतौर मुख्यमंत्री मिली शक्तियों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और उल्टे पूर्ण राज्य की मांग का ढकोसला करके अपनी नाकामियों से दिल्ली की जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.
माकन ने कहा कि केजरीवाल की आप पार्टी की कोई विचारधारा ही नहीं है, तभी उन्होंने कहा कि यदि उनको बीजेपी और ज्यादा शक्तियां देती है तो वे बीजेपी के लिए भी चुनाव में प्रचार करने के लिए तैयार है. केजरीवाल के इस वक्तव्य से हमारी उस बात की पुष्टि हो जाती है जिसको हमने बार-बार कहा है कि आप और बीजेपी दोनों मिले हुए है तथा आम आदमी पार्टी भाजपा की बी टीम है.
दिल्ली में स्वास्थ्य का बुरा हाल
पूर्व मंत्री डाक्टर एके वालिया ने कहा कि दिल्ली में स्वास्थ्य को लेकर बुरा हाल है और प्रत्येक वर्ष पानी से जनित बीमारियों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पीने का पानी इतना गंदा है कि उसको पीना तो दूर उससे नहाया भी नहीं जा सकता. केजरीवाल के राज में सीवर ओवरफ्लो कर रहे हैं.
मुख्य सचिव के साथ हुई मारपीट पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि स्कूलों तक में बच्चों की पिटाई करना निषेद है जबकि आप पार्टी के विधायक दिल्ली के मुख्य सचिव को बैठक में बुलाकर पिटाई कर देते हैं.
बढ़ने लगी है स्कूल छोड़ने की दर
वहीं, पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली स्कूल एजुकेशन एक्ट शिक्षा मंत्री तथा शिक्षा निदेशक को स्वतंत्र रूप से कार्य करने की शक्ति देती है. शिक्षा के क्षेत्र में राजधानी को रोल मॉडल होना चाहिए, परंतु केजरीवाल के कार्यकाल में शिक्षा का स्तर गिरा है.
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को जब दिल्ली की सत्ता मिली थी उस समय विद्यार्थियों का स्कूल छोड़ने का प्रतिशत 7.5 था जो कि हमारी सरकार के प्रयासों के कारण 2.1 प्रतिशत तक आ गया था परंतु केजरीवाल के राज में यह बढ़कर 3.8 प्रतिशत हो गया है.
केजरीवाल सरकार पर हमला बोलने वालों में पूर्व मंत्री हारुन यूसूफ भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि बिजली की हालत खस्ता है और जो केजरीवाल अंबानी को गाली दिया करते थे, वही 1,660 करोड़ का फायदा डिस्काम को पहुचा रहे हैं. बिजली को लेकर आप पार्टी के समर एक्शन प्लान का कोई अता पता ही नहीं है. उन्होंने कहा कि राशन में बहुत बड़ा घोटाला है जिसे बाद में उजागर किया जाएगा.
महिलाओं पर अपराध बढ़े
एक अन्य पूर्व मंत्री राजकुमार चैहान का कहना है कि कांग्रेस ने दिल्ली में 15 साल वर्तमान सेटअप के अंतर्गत ही सरकार चलाई थी. उन्होंने कहा कि कानून और भूमि के अलावा सारे अधिकार दिल्ली सरकार के पास ही है.
पूर्व मंत्री किरण वालिया ने कहा कि केजरीवाल चुनाव से पहले महिला सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बताया करते थे और उन्होंने निर्भया कांड को लेकर बहुत हो-हल्ला भी मचाया था लेकिन केजरीवाल के राज में महिला और बाल अपराधों में बेहताशा वृद्धि हुई है और महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं तक को केजरीवाल सरकार ने बंद कर दिया है.
पूर्व मंत्री डॉक्टर नरेंद्र नाथ ने दिल्ली पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पर कहा कि केजरीवाल पूर्ण राज्य की मांग करने से पहले यह बताएं कि जो शक्तियां उनके पास हैं उनके जरिए उन्होंने दिल्ली का क्या विकास किया है?