
राजधानी में झमाझम बारिश क्या हुई दिल्ली दरिया में तब्दील हो गई और बेहद व्यस्त रहने वाले एम्स फ्लाईओवर पर कई फीट पानी जमा हो गया. इस पानी में फंसकर कुछ गाड़ियां बंद हो गईं तो यहां लंबा जाम लग गया. लापरवाही के कारण हुए इस जलभराव ने महंगी से महंगी गाड़ियों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया. हाई रेंज कारों में शुमार बीएमडब्यू और जैगुआर भी इस जलभराव से पार नहीं पा सकीं.
हालात इतने बदतर हो गए कि ना फ्लाई ओवर चढ़ने के रहे और ना ही उतरने के. बीएमडब्ल्यू और जगुआर जैसी कारों का ये हश्र हुआ तो, बाकी गाड़ी वालों ने अपने अपने वाहन पानी से पहले ही रोक लिए. नतीजा ये हुआ कि जाम लगना शुरु हो गया जो दिल्ली के लिए और भी बड़ी मुसीबत है. कुछ कार मालिकों ने हिम्मत की और अपनी कार इस दरिया के पार निकालने में कामयाब रहे. जाम में फंसे लोगों को मजबूरी में रेलिंग पार करके बाहर जाना पड़ा. सड़कों की बजाय लोग डिवाइडर के करीब चलने की कोशिश करते नजर आए.
बारिश से थमी दिल्ली की रफ्तार
बारिश ने दिल्ली के तमाम इलाकों में रफ्तार पर लगाम लगा दी है. आईएसबीटी पर भी बारिश की वजह से सड़कों पर जगह जगह पानी भर गया. जलभराव और जाम की वजह से रिंग रोड पर गाड़ियां रेंगती नज़र आईं. दिल्ली पुलिस के डीपीसी ट्रैफिक ने तीनों एमसीडी, एनडीएमसी, और पीडब्ल्यूडी को एक चिट्ठी लिखी है. जिसमें 58 ऐसी जगहों की लिस्ट है, जहां जल भराव होता है और बारिश के बाद भी पानी भरा रहता है. दिलचस्प बात ये है कि इन 58 जगहों में से एक भी सड़क एमसीडी की नहीं है. सभी 58 प्वाइंट पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आते हैं जो दिल्ली सरकार का मंत्रालय है.
मंत्रीजी का अटपटा बयान
इस बारे में जब दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन से सवाल किया गया, तो उनकी दलील बड़ी अजीब थी. सत्येंद्र जैन के मुताबिक इस बार अगर 58 जगहों पर ही पानी भरा तो ये अच्छी बात है. क्योंकि पिछले साल 150 से ज्यादा जगहों पर जलभराव और जाम लगा था. खैर, कुछ मिनटों की बारिश में दिल्ली की इन बदहाल सड़कों ने सारे सरकारी इंतजामों की पोल खोल दी.