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3 महीने से ईस्ट MCD के डॉक्टरों को नहीं मिली सैलरी

ईस्ट एमसीडी के तहत आने वाले स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टरों को बीते तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है, जिसके विरोध में अब प्रदर्शन शुरू हो गया है.

ईस्ट एमसीडी में नेता विपक्ष कुलदीप ईस्ट एमसीडी में नेता विपक्ष कुलदीप
राम कृष्ण/रवीश पाल सिंह/अंकित यादव
  • नई दिल्ली,
  • 09 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 11:16 PM IST

ईस्ट एमसीडी के तहत आने वाले स्वामी दयानंद अस्पताल के डॉक्टरों को बीते तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है, जिसके विरोध में अब प्रदर्शन शुरू हो गया है. दरअसल, डॉक्टरों का आरोप है कि अप्रैल से डॉक्टरों को सैलरी नहीं मिली है, जिससे घर चलाना बेहद मुश्किल हो गया है.

कई डॉक्टरों के मुताबिक नए शिक्षण सत्र के शुरू हो जाने के बाद मुश्किल और बढ़ गई है, क्योंकि अब बच्चों की स्कूल फीस और उनकी नई यूनिफार्म के लिए भी रुपये जमा कराने हैं, लेकिन अप्रैल से सैलरी नहीं मिलने का असर है कि अभी तक स्कूल की फीस जमा नहीं करा पाए हैं.

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अस्पताल में किया प्रदर्शन

तीन महीने से सैलरी न मिलने से नाराज डॉक्टरों ने सोमवार को स्वामी दयानंद अस्पताल के परिसर में प्रदर्शन भी किया. डॉक्टरों ने सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक सांकेतिक हड़ताल भी की और बकाया सैलरी जल्द देने की मांग की.

विपक्ष ने बोला करारा हमला

डॉक्टरों की हड़ताल पर विपक्षी आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. ईस्ट एमसीडी में नेता विपक्ष कुलदीप ने कहा कि बीजेपी की नीतियों ने एमसीडी को बदहाल कर दिया है. नेता विपक्ष कुलदीप के मुताबिक एमसीडी डॉक्टरों की हड़ताल ऐसे वक्त में हुई है, जब दिल्ली में डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं.

नेता विपक्ष कुलदीप ने कहा कि वो इस मामले को जल्द ही एमसीडी कमिश्नर के सामने रखेंगे और उनसे जल्द सैलरी देने की मांग करेंगे. वहीं, इस मामले में मेयर बिपिन बिहारी सिंह ने डॉक्टरों को भरोसा दिलाया कि इस हफ्ते उनकी बकाया सैलरी जारी कर दी जाएगी. इसके साथ ही मेयर ने डॉक्टरों से हड़ताल न करने की अपील भी की.

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सफाई कर्मचारी करते आए हैं हड़ताल

आपको बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं है, जब ईस्ट एमसीडी में हड़ताल हुई हो. इससे पहले भी सफाई कर्मचारी कई बार सैलरी न मिलने पर हड़ताल कर चुके हैं और सड़कों पर कूड़े के ढेर लगा चुके हैं. इसके चलते दिल्लीवासियों को कई बार मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा. इसके अलावा स्वस्छ भारत सर्वे में ईस्ट एमसीडी की रैकिंग में भी गिरावट दर्ज की गई है.

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