
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष नेता विजेन्द्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार द्वारा 2 मेट्रो रूट को नामंजूर किए जाने पर नाराजगी जताई है. दरअसल, दिल्ली सरकार द्वारा मैट्रो कॉरिडोर फेज-4 के दो प्रमुख रूट रिठाला-नरेला और तुगलकाबाद-एरोसिटी टर्मिनल को चार साल की प्रतीक्षा के बाद नामंजूर कर दिया गया है.
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस पर कहा कि इन रूटों पर अधिकतर दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र और आर्थिक व सामाजिक विकास से कटे हुए क्षेत्र पड़ते हैं. इन क्षेत्रों में डीटीसी और अन्य सार्वजनिक वाहनों की उपलब्धता पहले से ही बहुत कम है. ऐसे में इन क्षेत्रों के नागरिकों को मेट्रो व्यवस्था से जोड़ना अतिआवश्यक है.
बीजेपी नेता ने कहा कि अगर इन रूटों पर मेट्रो आ जाती है तो इन क्षेत्रों का तेजी से आर्थिक विकास होगा और इसके आस-पास स्थित क्षेत्रों को नया जीवन मिलेगा.
विजेन्द्र गुप्ता ने चेतावनी दी कि दिल्ली सरकार इन क्षेत्रों के वंचित निवासियों के साथ सौतेला व्यवहार नहीं कर सकती. उन्होंने कहा, ' यदि सरकार ने अपने निर्णय पर पुर्नविचार नहीं किया तो यहां के निवासी सड़कों पर निकलने के लिए मजबूर होंगे.'
उन्होंने कहा यह पहली बार है कि सरकार नई लाईनों को मंजूरी देने की जगह प्रस्तावित रूट काट रही है. कोई भी सरकार क्षेत्र के निवासियों को मेट्रो के लाभ से वंचित नहीं कर सकती.
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि रूट की नामंजूरी के पीछे सरकार को आर्थिक नुकसान की आशंका जताई है. गुप्ता ने कहा कि मेट्रो जैसी लोकप्रिय सार्वजनिक यातायात सेवा में सरकार हानि-लाभ को प्राथमिकता दे रही है. जबकि जनता की उपेक्षा की जा रही है.