
दिल्ली की तीस हजारी अदालत में हुए संग्राम की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है. अब इस एसआईटी इस पूरे मामले की कड़ियां खंगालेगी. इस बीच तीस हजारी कोर्ट में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग के विरोध में 4 नवंबर को दिल्ली की सभी जिला अदालतों में कामकाज ठप रखने का फैसला किया गया है.
कोर्ट में पुलिस और वकीलों में बीच हुई हिंसक झड़प में एडिशनल डीसीपी चोटिल हो गए. हिंसक झड़प की सीएम अरविंद केजरीवाल ने निंदा की है. केजरीवाल के मुताबिक, किसी भी हालत में हिंसा नहीं होनी चाहिए.
तीस हजारी में खूनी झड़प में 20 पुलिस वाले घायल हुए, जिसमें एडिशनल डीसीपी, 2 एसएचओ घायल हुए, 8 वकीलों को चोट लगी है. 12 मोटरसाइकिल, दिल्ली पुलिस की 1 QRT जिप्सी, लॉक अप के बाहर खड़े 8 जेल वैन को नुकसान पहुंचाया गया है. इनमें से कई को आग के हवाले कर दिया गया.
पुलिस और वकीलो दोनों तरफ से शिकायत दी गई है, जिसमें केस दर्ज हो गए हैं. मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी टीम करेगी. पूरे मामले की स्पेशल सीपी रैंक के अफसर जांच करेंगे.
पार्किंग विवाद को लेकर तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच खूनी झड़प हो गई. घंटों तक मचे हंगामे में कई गाड़ियों में तोड़फोड़ के साथ आगजनी भी की गई. इतना ही नही हंगामे के बाद कवर करने गए मीडिया कर्मी से भी वकीलों ने की बदसलूकी की. कई लोगों के तो मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिए गए.
हिंसक झड़प में एडिशनल डीसीपी चोटिल हो गए. हंगामा यहीं खत्म नहीं हुआ. कड़कड़डूमा कोर्ट में भी वकीलों पर हमले के खिलाफ कई और वकीलों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया और जमकर नारेबाजी की.
पुलिस और वकीलों के बीच इस झगड़े के बाद परिसर में तनाव फैल गया है. वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने एक वकील को बुरी तरह पीटा और फायरिंग की इसके बाद बात बिगड़ी. फिलहाल इलाके में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया है.
तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झगड़े को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो भी हुआ है वह गलत हुआ है ऐसा नहीं होना चाहिए था.