
सीएए-एनआरसी के मुद्दे पर राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा में कई लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा, आगजनी और तोड़फोड़ की वजह से लोगों की संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है. हालात काबू करने के लिए सुरक्षाबलों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. इस हिंसा में इंटेलिजेंस ब्यूरो में सिक्योरिटी असिस्टेंट के पद पर तैनात अंकित की भी मौत हो गई है. उनकी लाश हिंसाग्रस्त चांदबाग इलाके में एक नाले में पड़ी हुई मिली थी. वह कथित तौर पर पत्थरबाजों की हिंसा का शिकार हो गए. बता दें कि अंकित शर्मा 2017 में इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े थे.
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बेटे के जाने की खबर सुनकर अंकित की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. हमारी स्पेशल कॉरेसपॉन्डेंट पूजा शाली ने उनसे बात की. बेटे की मौत से बेहद दुखी मां ने बताया कि उन्होंने अंकित को घर में ही रुकने के लिए कहा था. मां ने चाय पीने के लिए अंकित को रोकना चाहा लेकिन वह दूसरों को बचाने बाहर चले गए.
मां के मुताबिक, उपद्रवियों ने उनके बेटे को घसीटा और मार डाला. उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे का शव पाने के लिए ट्रॉमा सेंटर गईं और पूरी रात इधर से उधर मदद के लिए धक्के खाते हुए घूमती रहीं. लोगों ने उन्हें पांचवीं मंजिल पर जाने को कहा. वहां करीब 25 कमरे थे और वह अपने बेटे का शव ढूंढती रहीं. फिलहाल अंकित की मां, बहन समेत पूरा परिवार बेहद सदमे में है.
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