Advertisement

बीच-बीच की बारिश से लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू और चिकुनगुनिया के मामले

मानसून के बाद से दिल्ली में लगातार बढ़ते डेंगू-चिकुनगुनिया के मामले के साथ ही मलेरिया के भी कई मामले सामने एक रहे हैं. इस बार चिकुनगुनिया के मामलों में जहां थोड़ी गिरावट दिख रही हैं, वही डेंगू के मामले तेज़ी से सामने आ रहे हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रियंका सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 5:43 AM IST

मानसून के बाद से दिल्ली में लगातार बढ़ते डेंगू-चिकुनगुनिया के मामले के साथ ही मलेरिया के भी कई मामले सामने एक रहे हैं. इस बार चिकुनगुनिया के मामलों में जहां थोड़ी गिरावट दिख रही हैं, वही डेंगू के मामले तेज़ी से सामने आ रहे हैं.

नगर निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ दिल्ली से डेंगू के 21 मामले, चिकुनगुनिया के 5 और मलेरिया के 8 मामले सामने आए हैं. नगर निगम की तमाम कोशिशों के बावजूद लगभग 69 हज़ार घरों में ब्रीडिंग मिली हैं, जो तेज़ी से बढ़ते ड़ेंगू मामलों की असली वजह हैं.

Advertisement

इसके अलावा जनवरी से लेकर अभी तक अगर डेंगू चिकुनगुनिया और मलरिया के मामले देखें तो अभी तक डेंगू के 98 मामले, चिकुनगुनिया के 127 मामले और मलेरिया के 128 मामले सामने आ चुके हैं. अगर इन आंकड़ों पर गौर करें तो तीनों बीमारियों के आंकड़े इस बात की चिंता के लिए काफी हैं कि मानसून की बारिश में पनपते ये मच्छर अभी और कितने मामले बढ़ाएंगे.

निगम के मुताबिक स्प्रे और फॉगिंग का काम ज़ोरों से चल रहा है, लेकिन लोगों की जागरूकता ही सबसे ज़रूरी है. निगम की तरफ से हर बार की तरह इस बार भी जगह-जगह जागरूकता अभियान के ज़रिए लोगों में अवेयरनेस बढ़ाई जा रही है. रुके हुए पानी में पनपते इन जानलेवा मच्छरों से अपने आसपास सफाई रखने से ही काफी हद तक बचा जा सकता है. निगम के अलावा व्यक्ति विशेष को अपने-अपने स्तर पर इन मच्छरों और बीमारियों से निपटना होगा.

Advertisement

      

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement